नईदिल्ली, कोरोना संकट के बीच आपकी लोन की ईएमआई (मासिक किस्त) भी बढऩे वाली है। बैंक आने वाले दिनों में होम, कार, पसर्नल सहित तमाम लोन पर ब्याज की दर बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके बाद आपको लोन की एवज में अधिक ईएमआई चुकाना होगा।दरअसल, देश के सबसे बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने होम लोन पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी है।
एसबीआई ने की मार्च, 2021 के मुकाबले 1 अप्रैल से होम लोन की ब्याज दर में 25 आधार अंक की बढ़ोतरी की है। इस बढ़ोतरी के बाद एसबीआई से होम लोन की न्यूनतम दर 6.70 फीसदी से बढ़कर अब 6.95 फीसदी पर पहुंच गई है।
हाल के दिनों में कई बैंकों ने सावधि जमा (एफडी) पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। एचडीएफसी बैंक, केनरा बैंक समेत कई औैर बैंकों ने यह बढ़ोतरी की है। केनरा बैंक ने जहां एफडी पर 0.2 फीसदी की बढ़ोतरी की है वहीं, एचडीएफसी ने भी 29 महीने के बाद अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम पर ब्याज दर 10-25 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ा दी है। इस बढ़ोतरी से बैंकों की फंड लागत बढ़ गई है। इसका असर लोन की ब्याज दर पर पड़ेगा।
बैंकिंग विशेषज्ञों का कहना है कि यह तय है कि आने वाले दिनों में बैंक लोन पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेंगे। इस बढ़ोतरी का फौर असर न पड़े इसके लिए नए ग्राहकों को फिक्स्ड दर पर लोन लेना फायदे का सौदा रहेगा। फिक्स्ड रेट पर कार, होम या दूसरे लोन लेना फायदेमंद इसलिए रहेगा कि इसमें आपका ब्याज दर कम बना रहता है।ब्याज दरें बढऩे पर बैंक आम तौर पर ग्राहकों को लोन की अवधि या ईएमआई बढ़ाने का विकल्प देते हैं। हालांकि, लोन की अवधि बढ़ाने का विकल्प सभी ग्राहकों को नहीं मिलता।