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नई दिल्ली ,02 अक्टूबर (आरएनएस)। आधार कार्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के बाद अब मोबाइल नंबर लेने के लिए इसकी जरूरत नहीं होगी। अब आप अपनी दूसरी किसी आईडी के जरिए मोबाइल नंबर हासिल कर सकेंगे। हालांकि आधार न देकर मोबाइल नंबर लेना अब इतना आसान नहीं होगा और इसकी पेचीदगी उस दौर की तरह ही हो जाएगी, जब आधार का इस्तेमाल नहीं होता था।
लंबा हो जाएगा इंतजार: अब टेलिकॉम कंपनियों के पास कस्टमर के केवाईसी वेरिफिकेशन के लिए आधार कार्ड लेने का अधिकार नहीं होगा। इसके चलते नए मोबाइल कनेक्शन के लिए अब आपका इंतजार 288 गुना बढ़ जाएगा। आधार की मदद से कंपनियां महज 30 मिनट के भीतर कस्टमर का वेरिफिकेशन कर लेती थीं और नंबर मिल जाता था। लेकिन, अब नया मोबाइल कनेक्शन चालू होने पर 5 से 6 दिन तक का वक्त लग सकता है। कह सकते हैं कि यदि आप सोमवार को नंबर के लिए अप्लाई करेंगे तो शुक्रवार तक आपका नया नंबर चालू हो सकेगा।
फिजिकल वेरिफिकेशन की जरूरत
आधार कार्ड की जरूरत खत्म किए जाने के बाद टेलिकॉम कंपनियों को 24 से 36 घंटे के बीच फिजिकल वेरिफिकेशन करना होगा। ग्राहकों के पते पर जाकर उनसे पेपर लेने होंगे, सिग्नेचर कराने होंगे और फिर डॉक्युमेंट्स को वेरिफिकेशन सेंटर भेजना होगा। इसके बाद क्रॉस-वेरिफिकेशन कॉल होगी और तब जाकर नंबर चालू हो सकेगा।
यूआईडीएआई ने टेलिकॉम कंपनियों से मांगा जवाब
इस बीच यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से टेलिकॉम कंपनियों से कहा कि वे 15 दिनों के भीतर बताएं कि कैसे आधार का इस्तेमाल मोबाइल नंबर के वेरिफिकेशन के लिए नहीं किया जाएगा।
डेटा समाप्त होने में लगेगा वक्त
यूआईडीएआई ने भारतीय एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन आइडिया जैसी कंपनियों से कहा है कि वे आधार ऑथेंटिकेशन सिस्टम को बंद करने और उससे बाहर निकलने का ऐक्शन प्लान पेश करें। इसका मतलब यह है कि कंपनियों के पास मौजूद आधार डेटा को समाप्त करने में अभी कुछ और सप्ताह का वक्त लगेगा।