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रायपुर, छत्तीसगढ़ में इस बार किस पार्टी की सरकार बनेगी? इस बात को लेकर राजनीतिक दलों और उनके रणनीतिकारों के माथों पर चिंता की लकीरें खींच दी है। कल शाम 5 बजे के बाद जारी हुए एग्जिट पोल को लेकर अब तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है। कांग्रेस और भाजपा के बीच हुए कांटे के मुकाबले के बीच एग्जिट के अनुसार जोगी कांग्रेस इस बार किंग मेकर साबित हो सकती है, इस बात को लेकर कांग्रेस और भाजपा में खलबली मच गई है।
एग्जिट पोल के दावों को देखते हुए जहां सत्तासीन भाजपा सकते में है तो वहीं कांग्रेस की सपने भी बिखरते नजर आ रहे हैं। अलग-अलग सर्वे में दोनों ही दलों को लगभग बराबर सीटें मिलती नजर आ रही है। वहीं कुछ सर्वे में कांग्रेस तो कुछ में भाजपा को बढ़त मिलने के दावे किए गए हैं। एग्जिट पोल में जेसीसीजे और बीएसपी के गठबंधन को कम से कम 6 सीटें मिलने की बात कही गई है। ऐसे में यदि कांग्रेस और भाजपा को बराबर सीटें मिलती हैं अथवा दो-तीन सीटों का भी अंतर आता है तो ऐसे में जोगी कांग्रेस का पलड़ा भारी हो जाएगा। राजनीति के जानकारों की माने तो यह स्थिति बनती भी दिख रही है। अधिकांश सर्वे रिपोर्ट यही इशारा कर रही है कि कांग्रेस-भाजपा के बीच हुए जोरदार मुकाबले में दोनों ही दलों के वोट जोगी कांग्रेस और बसपा ने काटा है। लिहाजा मतों के अंतर का असर जीत-हार पर पडऩा तय है। वहीं दूसरी ओर इस बार स्थिति करो या मरो की बनी हुई है। हालांकि जहां कांग्रेस इस बार सत्ता में वापसी के लिए आश्वस्त नजर आ रही है तो वहीं सत्तासीन भाजपा के स्पष्ट बहुमत का आशियाना धाराशाही होता नजर आ रहा है। इस बात का उदाहरण इस बात से भी लगाया जा सकता है कि चुनाव के पूर्व तक भाजपा मिशन-65 प्लस को लेकर उत्साहित था। लेकिन चुनाव के बाद जनता के रूझान को देखते हुए भाजपा के नेता मिशन-65 को छोड़कर जीत के दावे करते रहे। लेकिन एग्जिट पोल जारी होने के बाद उनका यह दावा भी कमजोर साबित हो रहा है। हालांकि पूरी स्थिति 11 दिसंबर को मतगणना के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी। लेकिन इन पूरे हालातों में एक बात गौर करने लायक यही है कि चाहे जो भी हो, जेसीसीजे और बसपा का गठबंधन इस बार प्रदेश में सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। यदि ऐसा हुआ तो पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को किंगमेकर बनाने से कोई नहीं रोक सकता। भाजपा को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला तो पार्टी की मुश्किलें काफी बढ़ जाएगी। क्योंकि अब तक जोगी कांग्रेस का यही बयान आता रहा है कि चाहे जो भी हो, जोगी कांग्रेस भाजपा का समर्थन नहीं करेगी।