[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]
लखनऊ, ।भाजपा की मेरठ रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सपा, रालोद व बसपा के गठबंधन को ’सराब’ की संज्ञा देने पर कांग्रेस ने विरोध जताया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने पीएम मोदी को ‘प्रपंच मंत्री’ बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने राजनीतिक दलों की तुलना शराब कर लोकतंत्र का अपमान किया है, जो देश के प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि आज मेरठ में देश ने ‘प्रपंच मंत्री’ का बौखलाया हुआ-ढोंग, नाटक व ड्रामे से भरा भाषण सुना।
मोदी जी ने आज तीन राजनैतिक दलों समाजवादी पार्टी, बसपा और रालोद की तुलना शराब से की। क्या देश के प्रधानमंत्री को ये शोभा देता है? क्या यह प्रजातंत्र की मर्यादा है? लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव लड़ रहे दलों को शराब बताने को देश स्वीकार्य नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि 4 फ़रवरी 2017 को मेरठ से ही पीएम मोदी ने यूपी के गन्ना किसानों से वादा किया कि 14 दिनों में बकाये का भुगतान कर देंगे। लेकिन सच्चाई यह है कि अभी भी यूपी के गन्ना किसानों का 10000 करोड़ से ज़्यादा बक़ाया है। उन्होंने लिखा कि ड्रामा, ढोंग और नौटंकी की भरमार नहीं कुछ कहने को इस बार और चलता करो मोदी सरकार।
बता दे कि गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरठ रैली में सपा-रालोद-बसपा को सराब की संज्ञा देते हुए कहा कि अच्छी सेहत के लिए ’सराब’ से बचना चाहिए। सराब सेहत के लिए हानिकारक होती है। अच्छे भारत के भविष्य के लिए हानिकारक है। नए भारत के लिए हानिकारक है। इसलिए सपा, रालोद और बसपा- इस सराब से बचकर रहें, क्योंकि यह आपको बर्बाद कर सकती है।