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ई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रविवार को अपना वह बयान वापस ले लिया है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर बॉलीवुड फिल्मों की सफलता का उदाहरण देते हुए अर्थव्यवस्था में सुस्ती की बात को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा था कि दो अक्टूबर को तीन फिल्मों ने 120 करोड़ रुपये की कमाई की. यह “अर्थव्यवस्था” में मजबूती का संकेत देती है. रविवार को ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे बयान को तोड़कर गलत मतलब निकाला गया, इसलिए मैं अपना बयान वापस लेता हूं.
उन्होंने टि्वटर पर एक पत्र शेयर किया, जिसमें उन्होंने लिखा है, ‘मुंबई में की गई मेरी टिप्पणी ‘3 फिल्मों ने एक ही दिन में 120 करोड़ रुपये कमाए’ तथ्यात्मक रूप से सही कथन था. मैंने यह इसलिए कहा था कि मैं मुंबई में था- भारत की फिल्म राजधानी. हमें अपने फिल्म उद्योग पर बहुत गर्व है जो लाखों लोगों को रोजगार देता है, और करों के माध्यम से महत्वपूर्ण योगदान देता है. साथ ही उन्होंने कहा, ‘मैंने विस्तार से इस बात को भी बताया था कि सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था मजबूत करने के लिए सरकार ने लोगों के हित में क्या कदम उठाए हैं. पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार हमेशा आम लोगों की संवेदनशीलता की परवाह करती है. मेरे सोशल मीडिया अकाउंट पर मेरे मीडिया से बातचीत का पूरा वीडियो मौजूद है. फिर भी मुझे यह जानकर खेद है कि मेरे बयान का एक हिस्सा को तोड़कर अलग मतलब निकाला गया. एक संवेदनशील इंसान होने के नाते मैं मेरा बयान वापस लेता हूं.’
शनिवार को केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी और विधि मंत्री ने बेरोजगारी पर राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) की रिपोर्ट को भी “गलत” बताया था. इस रिपोर्ट में कहा गया था कि साल 2017 में बेरोजगारी की दर पिछले 45 साल में सबसे ज्यादा रही. उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भी कुछ दिन पहले कहा कि भारत और ब्राजील में आर्थिक सुस्ती इस साल कुछ ज्यादा साफ दिखती है. प्रसाद ने आरोप लगाया था कि कुछ लोग योजनाबद्ध तरीके से सरकार के खिलाफ लोगों को बेरोजगारी की स्थिति के बारे में गुमराह कर रहे हैं. प्रसाद ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘दो अक्टूबर को राष्ट्रीय अवकाश के दिन तीन हिंदी फिल्मों ने 120 करोड़ रुपये की कमाई है. यदि अर्थव्यवस्था मजबूत नहीं होती तो केवल तीन फिल्में एक दिन में 120 करोड़ रुपये का कारोबार कैसे करतीं?’