लखनऊ, यूपी में लगातार क्रोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। राजधानी के कैसरबाग सब्जी मंडी के 14 लोगों व ताजनगरी की सेंट्रल जेल में 10 कैदियों की बुधवार रिपोर्ट आने के बाद से प्रशासन और पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है । इतनी बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमितों की संख्या मिलने पर हॉटस्पॉट इलाकों में लगे पुलिसकर्मियों में भी कोरोना का डर सताने लगा है। जिसके बाद एहतियातन दोनों ही स्थानों पर तैनात कई पुलिसकर्मियों के भी सैम्पल लिए गए हैं । यह पहली बार हुआ है जब यूपी में दो जगह पर इतनी बड़ी मात्रा में लोगों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है ।आगरा के बाद अब प्रदेश भर की जेलों में सजा काट रहे कैदियों सहित कारागार की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों में भी कोरोना फैलने का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है । वहीं दूसरी तरफ विभागीय अनदेखी और लापरवाही इस खतरे को और भी बढ़ा रही है । इसका साफ उदाहरण राजधानी में मंगलवार को देखा गए जब 24 घंटे पुलिस की सुरक्षा में रहने वाले कारागार में पॉक्सो एक्ट में बंद एक कैदी ने जेल के अंदर ही फांसी लगा ली और पुलिस को घंटों तक भनक भी नहीं लगी ।
दरअसल ,बुधवार को 14 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। जिसमें सभी मरीज कैसरबाग व सब्जीमंडी के हैं। अब राजधानी में संक्रमित मरीजों की संख्या 280 हो गई है। बीते दिन सीएमओ की तरफ से 303 संदिग्ध नमूने जांच को भेजे गए थे, जिससे से 14 के पॉजिटिव की पुष्टि हुई है। बता दें, बीते दिन मंगलवार को चार नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई। चार नए मरीजों में दो कैसरबाग सब्जी मंडी के हैं। एक मरीज शुभम टॉकिज के पीछे मोटर पार्टस विक्रेता में संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं, खदरा में गुर्दा की गंभीर बीमारी से जूझ रहे युवक भी संक्रमित पाया गया है। उसे पीजीआई में भर्ती कराया गया है।
जबकि, ताजनगरी आगरा में सेंट्रल कारागार को ही कोरोना का नया हॉटस्पॉट बनाया गया है। बुधवार को 10 कैदी कोरोना पॉजिटिच मिले। फिलहाल 100 कैदियों को क्वारैंटाइन कर दिया गया है। दरअसल, सेंट्रल जेल में निरुद्ध सजायाफ्ता कैदी की 9 मई को कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई थी। डीआईजी जेल लव कुमार ने बताया- झांसी का रहने वाला वीरेंद्र नाम का कैदी दिसंबर 2019 में हत्या के प्रकरण में सजा मिलने के बाद उसे आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। हाई ब्लड प्रेशर व फेफड़े की बीमारी के चलते उसकी तबियत बिगड़ने पर छह मई को सरोजनी नायडू अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी कोरोना जांच हुई तो वह पॉजिटिव पाया गया। लेकिन 9 मई को उसकी मौत हो गई। इसके बाद जेल के 14 कैदियों व 13 स्टॉफ का कोरोना टेस्ट कराया गया। जिसमें से 10 कैदी पॉजिटिव मिले हैं। अब 100 कैदियों को क्वारैंटाइन किया गया है।
14 पुलिसकर्मी एक साथ किये जा चुके हैं होम क्वारेन्टीन
राजधानी के पारा थाने के 14 पुलिसकर्मियों को बीते बुधवार को होम कवरंटीन किया जा चुका है । ये सभी पुलिसकर्मी एक कोरोना पॉजिटिव महिला के संपर्क में आये थे वहीं एहतियायन सभी को होम कवरंटीन कद दिया गया था । जबकि आशा केंद्र के 8 कर्मचारियों को भी क्वारेन्टीन किया गया था ।पारा थाना के 2 दारोगा,4 सिपाही,8 महिला सिपाही को होम क्वारेन्टीन किया गया था ।