NEWS FLASHस्वास्थ्य

बहुत पछताएंगे अगर आप इन फूड्स को खाली पेट खाएंगे!

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]
भूख का असर ही ऐसा होता है कि हमारा दिमाग काम करना बंद कर देता है और हमारा फोकस सिर्फ खाने पर होता है। लेकिन भूख की इस हालत में भी इस बात का पूरा ध्यान रखना चाहिए कि आपको क्या नहीं खाना है… क्योंकि कुछ चीजें हेल्दी होते हुए भी खाली पेट खाने पर फायदा पहुंचाने की जगह नुकसान पहुंचा सकती हैं। यहां जानें उन चीजों की डिटेल और परेशानी पहुंचाने के कारण…
खाली पेट और भूखे पेट में क्या अंतर होता है?
-ज्यादातर लोगों को खाली पेट की स्थिति को लेकर कंफ्यूजन होता है। आखिर खाली पेट कौन सी कंडीशन होती है…जब हमें बहुत तेज भूख लगी हो या जब हमने सुबह से कुछ नहीं खाया हो? बता दें खाली पेट का अर्थ आपके दिन की शुरुआत के फर्स्ट मील से होता है। यानी इससे पहले आपने कुछ नहीं खाया है।
इन फलों का ना करें सेवन
-अमरूद एक ऐसा फल है, जिसे अलग-अलग स्थितियों में खाने पर अलग-अलग परिणाम देखने को मिलते हैं। यानी अगर आप सर्दियों में सुबह के वक्त खाली पेट अमरूद खाएंगे तो आपको पेट दर्द की शिकायत हो सकती है। वहीं, गर्मी में खाली पेट अमरूद खाएंगे तो यह फायदा देता है।
-अमरूद खाते समय मौसम के साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना होता है कि अमरूद खाने के बाद कभी भी पानी नहीं पीना चाहिए नहीं तो पेट दर्द या अपच की समस्या हो सकती है। हालांकि किसी भी फल को खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए।
-सर्दियों में खाली पेट सेब खाने से बीपी बढ़ सकता है। अगर सुबह सबसे पहले यानी बिना कुछ खाए आप सेब खा लेते हैं तो इस दिक्कत का सामना आपको करना पड़ सकता है। लेकिन गर्मी में आप खाली पेट सेब खा सकते हैं। इस वक्त आपको इस बात का खास ध्यान रखना होगा कि आपके पेट और सीने पर तेज जलन ना हो रही हो।
-मौसम वाली कंडीशन दही पर भी अप्लाई होती है। ठंड के मौसम में खाली पेट दही बिल्कुल नहीं खानी चाहिए। लेकिन गर्मी के मौसम में आप ऐसा कर सकते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि खाली पेट दही खाने से नींद आती है या बीपी लो हो जाता है। तो आप पूरी तरह सही नहीं है।
क्या है पूरी बात?
-इस बारे में हम कहना चाहेंगे कि गर्मी के मौसम में खाली पेट दही खाने के बाद अगर किसी को बीपी लो की दिक्कत हो रही है तो इसका अर्थ यह है कि उनका बीपी पहले से ही लो था और दही खाने के बाद यह समस्या उभरकर सामने आ गई है। वहीं अगर किसी को दही खाने के बाद नींद आ रही है तो इसका अर्थ है कि उनका पाचनतंत्र बहुत धीमे काम कर रहा है और पाचन क्रिया सही नहीं है।
टमाटर से जुडे फैक्ट्स
-जहां तक बात खाली पेट टमाटर खाने की है तो टमाटर तासीर से गर्म होता है। इसे आप सर्दी के मौसम में तो खाली पेट खा सकते हैं लेकिन गर्मी के मौसम में ऐसा करने पर पेट में या सीने में जलन की समस्या हो सकती है।
-सर्दी के मौसम में हर रोज खाली पेट टमाटर खाने या टमाटर का जूस पीने से बहुत अधिक बाल झडऩे की समस्या हो सकती है। इसलिए जरूरत होने पर या कभी-कभी टेस्ट चेंज करने के लिए तो आप खाली पेट टमाटर खा सकते हैं या इसका सूप, जूस पी सकते हैं। लेकिन इसका नियम ना बनाएं।
मौसम के हिसाब से बदल जाती है कंडीशन
-मौसम के हिसाब से कंडीशन बदल जाती है। जैसे जाड़ों के दिनों में इन्हें नहीं खाना चाहिए तो ये नुकसान देंगे। दरअसल, हमारा पाचन क्रिया अम्ल और क्षार यानी एसिड और बेस पर आधारित होती है। साइट्रिक फ्रूट का स्वभाविक गुण शीतलता है। और सर्दियों में इसे खाली पेट खाने से हमें अपर रेस्पाइरेट्री टैक्ट की बीमारियां हो सकती हैं। जैसे, सूखी खांसी, जुकाम, गले में दर्द आदि।
-लेकिन अगर आप गर्मी के मौसम में इन फलों को खाली पेट खाएंगे तो आपको लाभ ही लाभ प्राप्त होगा। क्योंकि आमतौर पर ये फल रसभरे होते हैं और गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी नहीं होने देते। इससे आप डिहाइड्रेशन से बचे रहते हैं।
जब फल के सिवा कुछ खाने को ना हो
-बहुत तेज भूख लगने पर कभी भी फल नहीं खाना चाहिए। अगर बहुत तेज भूख लगी है और खाने का कोई ऑप्शन नहीं है तो आप जो भी फल खाएं उसे बहुत ही छोटी-छोटी बाइट्स काटकर लें और इन बाइट्स को पूरी तरह चबाकर खाएं। बिल्कुल इस तरह कि उसका रस आपके मुंह में ही बन जाए। ऐसा करने से फल का पूरा न्यूट्रिशन तो आपको मिलेगा लेकिन पेट संबंधी अन्य दिक्कतों से आप बच जाएंगे।
-उदाहरण के लिए अगर हमने खाली पेट केला खाया है तो उससे भी पेट गुम हो सकता है। यानी पेट वायु का अनुलोमन रुक जाता है और पेट फूलने की समस्या हो सकती है। साथ ही पेट में दर्द भी हो सकता है।

Aamawaaz

Aam Awaaz News Media Group has been known for its unbiased, fearless and responsible Hindi journalism since 2018. The proud journey since 3 years has been full of challenges, success, milestones, and love of readers. Above all, we are honored to be the voice of society from several years. Because of our firm belief in integrity and honesty, along with people oriented journalism, it has been possible to serve news & views almost every day since 2018.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button