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कानपुर। सुर्खियों में छाए राजकीय बालिका मामले के बाद शुक्रवार को प्रदेश की बाल विकास एवं पुष्टाहार, महिला कल्याण राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार) स्वाती सिंह ने यहां का जायजा लिया। इस दौरान महिला कल्याण राज्य मंत्री ने विपक्ष पर सरकार की छवि खराब करने का आरोप लगाया। बालिका गृह में संवासिनियों में फैले संक्रमण को लेकर भी कहा कि कहीं पर कोई कोताही नहीं बरती गई है। बता दें कि उप्र राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. सुचिता चतुर्वेदी ने इस पूरे घटनाक्रम की जांच के बाद चूक की बात स्वीकार की थी।
सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में महिला कल्याण राज्यमंत्री स्वाती सिंह ने कहा कि,पीड़ित लड़कियां पहले से ही प्रेगनेंट आयी थीं। गलत खबरें मीडिया में दी गईं। बाालिकाओं की पूरी जांच रिपोर्ट है। एचआइवी और हेपेटाइटिस सी की रिपोर्ट भी नहीं है। योगी जी की सरकार संवेदनशील है। संक्रमित डिजीज है यह मानती हूंए लेकिन कहीं से कोई कोताही नहीं बरती गई। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को बाल संरक्षण आयोग की तरफ से नोटिस दिए जाने के सवालों पर उन्होंने कहा कि नियम सबके लिए एक जैसे होते हैं किसी की प्रोफाइल के हिसाब से नहीं। नोटिस को सही बताते कहा कि मोदी और योगी सरकार में सभी के लिए नियम एक जैसे हैं।
राजकीय महिला शरणालय का लिया जायजा
इससे पहले महिला कल्याण राज्य मंत्री स्वाती सिंह सुबह सबसे पहले राजकीय महिला शरणालय स्वरूपनगर पहुंचीं। उन्होंने यहां पर महिलाओं को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता को जाना। यहां रह रही महिलाओं से भी भोजन को लेकर जानकारी हासिल की गई। इसके बाद उन्होंने राजकीय बालिका गृह में बालिकाओं को किस तरह संक्रमण फैला, इसकी जानकारी जिला प्रोबेशन अधिकारी से हासिल की। यहां पर सफाई और सेनीटेशन कराने को भी कहा गया। इसके साथ ही क्वारंटाइन में रखी गई बालिकाओं को लेकर भी जानकारी हासिल की। यहां पर डीएम डॉ.ब्रह्मदेव राम तिवारी ने बताया कि जो बालिकाएं क्वारंटाइन में रखी गई हैं, उनकी फिर से कोरोना जांच की जाएगी। इस दौरान राज्य मंत्री ने बीच-बीच में बालिकाआं की काउंसिलिंग भी कराने को कहा।
श्रमजीवी महिला छात्रावास और राजकीय बालगृह भी देखा
स्वाती सिंह ने श्रमजीवी महिला छात्रावास और राजकीय बालगृह का भी निरीक्षण किया। इस दौरान महिला छात्रावास की बाउंड्रीवॉल उंची करने के समेत सभी मरम्मत कार्यों को जल्द पूरा करने को कहा। जिससे कि महिला शरणालय स्वरूपनगर से महिलाओं को यहां पर शिफ्ट किया जा सके। उन्होंने कहा कि यहां पर पर्याप्त कमरे और बेहतर सुविधा है। राजकीय बालगृह में भी बच्चों की सुविधाओं को लेकर निरीक्षण किया गया।