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बिकरू गाँव में सर्च ऑपरेशन की मदद से लोगों की पहचान करने में जुटी पुलिस
कानपु , चौबेपुर क्षेत्र के बिकरू गांव में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की नृशंस हत्या के बाद से बिकरू गांव में दहशत फ़ैल गई है। विकास दुबे पर बढ़ते शिकंजे और शनिवार को उसका मकान गिराए जाने के बाद खौफ के बीच गांव वाले अपने-अपने घर छोड़ पलायन करने लगे हैं। आसपास के गांव वालों से पूछताछ के दौरान पता चला कि सभी हिस्ट्रीशीटर के समर्थक हैं। कोई भी अपना मुंह नहीं खोलना चाहता है।
गांव में जिस किसी से पूछा वह बस यही बोल रहा है, साहब! हम तो सो रहे थे हमने कुछ भी नहीं देखा। कुछ घरों के बाहर बच्चे खेलते दिखे तो वहीं गाँव में अधिकतर घरों में ताला लगाकर लोग अपने मवेशियों को बाहर बांधकर पलायन कर गये। चारों तरफ खून ही खून, गोलियों से दीवारे पूरी छलनी दिखी। पूछताछ के दौरान किसी गाँव वाले ने अपना इस घटना को लेकर मुंह नहीं खोला। इससे एक बात तो साफ है कि बिकरू ही नहीं, आसपास के गांव में भी विकास दुबे की दहशत कायम है। इसके चलते पुलिस को जांच करने में परेशानी हो रही है। पुलिस अफसरों ने गांव के लोगों से पूछताछ करने का प्रयास किया, लेकिन कोई भी अपना बयान दर्ज कराने की बात तो दूर पूछताछ में भी कुछ भी बताने को तैयार नहीं हुआ। पूरे गांव में दिन भर सन्नाटा के साथ मनहूसियत छाई रही हैं। पुलिस सर्च ऑपरेशन की मदद से लोगों की पहचान कर रही है।
गांव के सभी पुरुषों को हिरासत में लिया
मौके पर पहुंची पुलिस फ़ोर्स ने गांव में सबसे पहले सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान कई लोग अपने-अपने घरों से गायब मिले तो 25 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया। इन सभी से पूछताछ की जा रही है। प्राथमिक जांच में सभी ने खुद को बेगुनाह बताया है। जांच पूरी होने के बाद ही सभी को छोड़ा जाएगा।