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कानपुर, बर्रा के लैब टेक्नीशियन अपहरण कांड में पुलिस के हाथ खाली है। पुलिस अभी तक लैब टेक्नीशियन को ढूँढ नही पाई है। पुलिस की जांच अब रंजिश के बिंदु पर केंद्रित हो गई है। पुलिस हॉस्पिटल में संजीत के साथ काम करने वाले कई कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है। दो मोबाइल दुकानदारों समेत कुल 13 लोग उठाए भी गए हैं।
पुलिस इस मामले की जांच प्रेम प्रसंग,जमीन विवाद और साथी कर्मचारियों से रंजिश के बिंदु पर कर रही थी। अब उसका कहना है कि प्रेम प्रसंग का कोई लिंक नहीं मिला है। फिरौती के लिए अपहरण होता तो संजीत मुक्त हो जाता, क्योंकि रकम दी जा चुकी है। इसलिए पूरी जांच रंजिश को ध्यान में रखकर की जा रही है। संजीत के साथी कर्मचारी हिमांशु और शिवम सहित आधा दर्जन से पूछताछ हो रही है।
फर्जी आईडी पर जारी सिम का इस्तेमाल
बर्रा पुलिस ने बताया कि अपहरण से पहले संजीत के फोन पर जितने भी नंबर से बात हुई थी, उन सबकी जांच की जा रही है। इनमें सामने आया है कि कई सिम फर्जी आईडी पर लिए गए हैं। एक नंबर दबौली के मोबाइल शॉप से रीचार्ज कराया गया था। यह सिम कार्ड मध्य प्रदेश के कटनी का था और किसी छोटू कौल के नाम पर रजिस्टर्ड था। बाकी अन्य नंबर के सिम की जांच की कड़ी में चकरपुर मंडी और दबौली के मिश्रीलाल चौराहे के पास से दो मोबाइल दुकानदारों को भी उठाकर पूछताछ की जा रही है।
घटना के दिन संजीत की पिता से छह मिनट बात हुई
बर्रा विश्वबैंक निवासी राहुल यादव की बुआ के बेटे प्रदीप ने बताया कि घटना के दिन ही वह अछल्दा से यहां आया था। संजीत की उस दिन अपने पिता से भी मोबाइल पर 6 मिनट तक बात हुई थी। राहुल ने संजीत को घटना के दिन मिलने के लिए बुलाया भी था लेकिन वह नहीं आया। वहीं राहुल की मां संतोष कुमारी का कहना है कि उनका बेटा निर्दोष है। उसे बेवजह फंसाया जा रहा है।
फर्जी आईडी पर जारी सिम का इस्तेमाल
बर्रा पुलिस ने बताया कि अपहरण से पहले संजीत के फोन पर जितने भी नंबर से बात हुई थी, उन सबकी जांच की जा रही है। इनमें सामने आया है कि कई सिम फर्जी आईडी पर लिए गए हैं। एक नंबर दबौली के मोबाइल शॉप से रीचार्ज कराया गया था। यह सिम कार्ड मध्य प्रदेश के कटनी का था और किसी छोटू कौल के नाम पर रजिस्टर्ड था। बाकी अन्य नंबर के सिम की जांच की कड़ी में चकरपुर मंडी और दबौली के मिश्रीलाल चौराहे के पास से दो मोबाइल दुकानदारों को भी उठाकर पूछताछ की जा रही है।
घटना के दिन संजीत की पिता से छह मिनट बात हुई
बर्रा विश्वबैंक निवासी राहुल यादव की बुआ के बेटे प्रदीप ने बताया कि घटना के दिन ही वह अछल्दा से यहां आया था। संजीत की उस दिन अपने पिता से भी मोबाइल पर 6 मिनट तक बात हुई थी। राहुल ने संजीत को घटना के दिन मिलने के लिए बुलाया भी था लेकिन वह नहीं आया। वहीं राहुल की मां संतोष कुमारी का कहना है कि उनका बेटा निर्दोष है। उसे बेवजह फंसाया जा रहा है।