इसके साथ ही राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के द्वारा स्वयंप्रभा चैनल पर विवि द्वारा निर्मित डिजिटल कंटेंट के प्रसारण का शुभारम्भ किया गया| इस डिजिटल कंटेंट में प्राविधिक शिक्षा के डिग्री एवं डिप्लोमा दोनों के डिजिटल कंटेंट के प्रसारण का शुभारम्भ शामिल है| विवि का डिजिटल कंटेंट स्वयंप्रभा के चैनल नंबर 15 पर प्रसारित किया जायेगा| यह प्रतिदिन शाम 4 बजे, रात 12 बजे और सुबह 8 बजे दो घंटे के लिए प्रसारित किया जायेगा|
वहीं, समारोह के दौरान राज्य सभा सदस्य डॉ.सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि विवि ने पिछले 20 वर्षों में प्रदेश की तकनीकी शिक्षा के विकास में अहम् भूमिका का निर्वाह किया है| उन्होंने कहा मैं इस विवि का हिस्सा रहा हूँ| ऐसे में विवि की प्रगति देखकर मुझे हमेशा हर्ष होता है| उन्होंने कहा कि यदि हमें भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए टेक्नोलॉजी के विद्यार्थियों और शिक्षकों को प्रयास करने होंगे| उन्होंने कहा कि विवि को टेक्नोलॉजी के इस दौर में ऐसी तकनीकी सुविधाएँ एवं उपकरण विकसित करने पर भी शोध कार्य करने चाहिए, जिसमें हम टेक्नोलॉजी के फालोवर बनने के स्थान पर टेक्नोलॉजी के लीडर बन सकें| उन्होंने कहा कि वैदिक गणित इस तरह के शोध कार्यों में सहायक सिद्ध हो सकती है| उन्होंने कहा कि विवि द्वारा कोविड-19 महामारी के दौर में ई-कंटेंट्स के विकास के लिए सराहनीय कार्य किया गया है |
अपर मुख्य सचिव राधा एस चौहान ने कहा कि एकेटीयू द्वारा तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सकारात्मक कार्य किये जा रहे हैं| उन्होंने कहा कि विवि द्वारा मानव के लिए उपयोगी टेक्नोलॉजी विकसित की जा रही है| कोविड-19 महामारी के दौरान विकसित किये गये उपकरण उदाहरण मात्र हैं| उन्होंने कहा कि बाल विकास विभाग द्वारा प्रदान किये जाने वाले पुष्टाहार की गुणवत्ता की सुनिश्चतता के लिए एकेटीयू द्वारा फ़ूड टेक्नोलॉजी में शोध कार्यों के माध्यम से सहयोग प्रदान किया जा रहा है| जोकि बच्चों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी सिद्ध होगा| उन्होंने कहा विवि रोबोटिक्स, मैकाट्रोनिक्स एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित शोध कार्यों के क्षेत्र ने उत्कृष्ट कार्य कर रहा है|
इस अवसर पर विवि के प्रतिकुलपति प्रो विनीत कंसल, वित्त अधिकारी जीपी सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो राजीव कुमार, आईईटी के निदेशक प्रो एचके पालीवाल, सीएएस के निदेशक प्रो मनीष गौड़, यूपीआईडी के निदेशक प्रो वीरेन्द्र पाठक, एफओए की डीन प्रो वंदना सहगल, डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो ओपी सिंह, डीन पीजी प्रो एमके दत्ता, डीनयूजी प्रो सुबोध वैरिया एवं सम्बद्ध संस्थानों के चेयरमेन, निदेशक, शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं ने ऑनलाइन प्रतिभाग किया|