उत्तर प्रदेश

कासगंज के किसान से जब पीएम मोदी ने पूछा, ’अब कितनी बढ़ी आय’, मिला ये जवाब

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Kasganj Farmer: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज किसान सम्मान निधि की क़िस्त उनके खातों में स्थानांतरित करने से पूर्व उत्तर प्रदेश के कासगंज जनपद के प्रगतिशील किसान श्यामाचारण उपाध्याय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात की. इस अवसर पर बड़ी संख्या में किसान, जन प्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे.

किसान ने पीएम मोदी को दिया ये जवाब

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को किसान सम्मान निधि हस्तांतरित करने से पहले  कासगंज के किसान श्यामाचरण उपाध्याय से बात की और उनसे पूछा कि पहले के मुकाबले अब कितनी बढ़ी है आय?  किसान श्यामाचरण उपाध्याय ने कहा कि, पहले के मुकाबले आय में इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के तहत चिलिंग प्लांट बनाने से काफी मदद मिली है. 

कासगंज के अशोक नगर स्थित राव मुकुल मान सिंह के किले परिसर पर स्थित चिलिंग प्लांट से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये प्रधानमंत्री किसान से रूबरू थे. प्रगतिशील किसान श्यामा चरण उपाध्याय कासगंज में सब्जियों की जैविक और औषधीय फसलों की खेती करते हैं. प्रधानमंत्री ने आगे पूछा कि, आपके एफपीओ में क्या क्या सुविधाएं हैं, तो इन्होंने बताया कि अब हमारी जो औषधीय फसलें और सब्जियां हैं, उनको अब हम चिलर में रख सकते हैं और दाम ज्यादा बढने पर मार्किट में बेंच सकते हैं, जिससे हमें अच्छी कीमतें मिलेंगी.

चिलर प्लांट से हुआ बड़ा फायदा

उन्होंने बताया कि, एग्रीकल्चरल इंफ्रा स्ट्रक्चर के तहत चिलर प्लांट के निर्माण से किसानों को काफी फायदा हुआ है. औषधीय फसलें और सब्जियां पहले चिलर प्लांट न होने के कारण तुरंत बेचनी पड़ती थी पर अब उनको चिलर प्लांट में रख सकते हैं और जब रेट बढ़ते हैं तब उनको निकाल कर अच्छी कीमतों पर  बेंच सकते हैं.

लंबे समय तक सब्जियां रख सकते हैं सुरक्षित

इस अवसर पर सब्जियों को काफी लंबे समय तक स्टोर कर रखने वाले चिलर प्लांट बनाने वाले किसान राव मुकुल मान सिंह जो कृषि स्नातक और एमबीए हैं, ने बताया कि, हमारे क्षेत्र की बड़ी समस्या थी कि, किसान को उसकी फसल का सही समय पर सही रेट नहीं मिलता था. जब फसल आती है तो उसकी अच्छी कीमत नहीं मिलती है. इसके लिए इन्होंने भारत सरकार की योजना के तहत जानकारी होने पर कासगंज की बैंक ऑफ इंडिया से एग्रीकल्चरल इंफ्रा स्ट्रक्टरल  फंड के तहत एक चिलर प्लांट के लिए लोन हेतु आवेदन किया और सारी औपचारिकताएं पूर्ण होकर 20 दिनों के अंदर उनको लॉन मिल गया, जिससे उन्होंने चिलर प्लांट लगाया है. इसमे 2 से 5 डिग्री तापमान पर फल, सब्जियां और औषधीय फसलें किसानो को जब फसल का उचित मूल्य नहीं मिलता तब रख देते हैं और जब उनकी मार्किट में अच्छी कीमत मिलती है तब निकाल कर बेंच देतें है. जिससे उनकी आमदनी बढ़ती है.

किसानों को अब मिल रहे ज्यादा दाम 

इस अवसर पर कासगंज के जिला अधिकारी सीपी सिंह ने बताया कि आज प्रधानमंत्री जी ने हमारे यहां के किसान भाई से बात की. यहां पर एग्रीकल्चरल इंफ्रा स्ट्रक्चरल फंड के तहत एक चिलर प्लांट लगाया गया है, जिसमे किसान सस्ते दाम पर अपनी सब्जियां, फल, औषधीय दवाइयां रख सकते हैं और जब उनके दाम बढ़ते हैं, तब बेंच सकते हैं. मटर के सीजन में कासगंज से 5 /5हजार मीट्रिक टन मटर बाहर देश के विभिन्न भागों में बिकने जाती है. यहां सब्जियां खूब होती हैं. आम के बाग हैं. लेकिन अभी तक फसलों को सस्ते दामों में बेंचना पड़ता था, परंतु अब उनको स्टोर करके अच्छी कीमत पर बेचा जा रहा है, जिससे किसानों की आय दुगनी से भी ज्यादा बढ़ेगी. उन्होंने प्रधनमंत्री जी को इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि, उन्होंने किसान से बात करने के लिए पूरे देश से कासगंज को चुना और कासगंज की बात पूरे देश ने सुनी. इससे यहां के किसानों का मनोबल बढ़ेगा.

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