उत्तर प्रदेश

निजीकरण के खिलाफ फूटा रेलवे के कर्मचारियों और मजदूरों का गुस्सा, कहा- हो रहा है शोषण

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Ghaziabad Protest Against Privatization: गाजियाबाद (Ghaziabad) में केंद्र सरकार (Central Government) की निजीकरण नीति (Privatization Policy) के खिलाफ रेलवे के कर्मचारियों (Railway Workers) और मजदूरों ने आवाज बुलंद की है. हजारों की तादाद में रेलवे कर्मचारी और मजदूर एकत्रित हुए. उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार निजीकरण की आड़ में रेलवे (Railway) को बेच रही है. सरकार के इस कदम से मजदूरों और कर्मचारियों के हित खतरे में पड़ गए हैं. प्रदर्शन के रेलवे के मजदूरों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली. 

मजदूरों का शोषण कर रही है सरकार 
गाजियाबाद रेलवे लोको शेड के पास रेलवे के कर्मचारीयों और मजदूरों ने 15 सूत्री मांगों को लेकर एक सप्ताह पहले आंदोलन शुरू किया था. जिसे लेकर आज विरोध प्रदर्शन किया गया. कर्मचारीयों और मजदूरों ने कहा कि हमारी मांगें जारी रहेंगी. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार मजदूरों का शोषण कर रही है, ये उचित नहीं है. रेलवे का निजीकरण किया जा रहा है. कर्मचारियों को ना वेतन मिल पा रहा है और ना ही भत्ते मिल रहे हैं. कर्मचारियों की परेशानी का कोई भी समाधान नहीं कर रहा है.

सत्ता से बाहर कर देंगे
विरोध प्रदर्शन कर रहे कर्मचारीयों और मजदूरों ने कहा कि अगर जल्द ही हमारी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो जनव्यापी आंदोलन होगा. विरोध प्रदर्शन के दौरान मंच से सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई. कर्मचारीयों और मजदूरों ने ये भी कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांगें नहीं मानी तो हम सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे. सरकार को मजबूर कर देंगे, देश की रेल को बेचने वालों को सत्ता से बाहर कर देंगे. निजीकरण के नाम पर जिस तरह का काम किया जा रहा है उसका सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ रहा है. 

https://www.youtube.com/watch?v=1HBPEizgQgs

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