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Mahant Narendra Giri Transfer Certificate: महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट (Suicide Note) को लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि सुसाइड नोट में महंत की लिखावट नहीं है. नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि और कई लोगों ने दावा किया था कि नरेंद्र गिरि पढ़े-लिखे नहीं थे. इसीलिए वो इतना लंबा सुसाइड नोट नहीं लिख सकते थे. हालांकि, एबीपी न्यूज के पास एक बड़ी जानकारी हाथ लगी है.
एबीपी न्यूज के हाथ नरेंद्र गिरि के हाईस्कूल का ट्रांसफर सर्टिफिकेट लगा है. इस टीसी के मुताबिक, नरेंद्र गिरि ने 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की थी. इस ट्रांसफर सर्टिफिकेट के मुताबिक, महंत नरेंद्र गिरि ने 1978 में 10वीं की परीक्षा पास की थी.
सुसाइड नोट में क्या लिखा है?
महंत नरेंद्र गिरि ने आठ पन्ने का कथित सुसाइड नोट लिखा था. हर पन्ने के नीचे उन्होंने दस्तखत किया हुआ है. इसमें लिखा है कि इस महीने की 13 तारीख को भी उनके मन में आत्महत्या करना का ख्याल आया था. इसमें सिलसिलेवार तरीके से बताया गया है कि आनंद गिरि से वे कैसे मानसिक तौर पर परेशान रहते थे, उसके बाद आद्या प्रसाद तिवारी का क्या रोल था, संदीप तिवारी का क्या रोल था. उत्तराधिकारी बलवीर गिरि को बनाया जाएगा उसके बारे में जिक्र है. जिन लोगों ने उनका (नरेंद्र गिरि) का साथ दिया और मदद की उनका जिक्र है.
सुसाइड नोट में लिखा हुआ है आनंद गिरि किसी महिला के साथ उनका (नरेंद्र गिरि) वीडियो जोड़कर सोशल मीडिया में वायरल कर सकता था, इस बात की उन्हें आशंका थी.
https://www.youtube.com/watch?v=1HBPEizgQgs
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