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शहीद सुबोध के मकान का 30 लाख रुपये कर्ज भी चुकाएगी सरकार

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर बुलंदशहर हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के परिजनों से गुरुवार सुबह मुलाकात की। सीएम योगी ने परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। मुलाकात के दौरान शहीद सुबोध कुमार सिंह राठौर की पत्नी रजनी सिंह राठौर, बहन सुनीता सिंह, पुत्र अभिषेक सिंह राठौर, श्रेय प्रताप सिंह राठौर यूपी के डीजीपी ओपी सिंह और एटा के प्रभारी मंत्री अतुल गर्ग और अलीगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक सत्यपाल सिंह राठौर भी मौजूद रहे। सीएम ने उनके दोनों बेटे, पत्नी और परिवारीजनों से मिलकर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। सीएम ने उनसे कहा कि प्रदेश सरकार आपके लिए हर समय हर सेवा के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री ने सुबोध की पत्नी और माँ को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। सीएम ने कहा कि सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। सीएम में पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया कि इस मामले में सरकार निष्पक्ष कार्रवाई कर रही है। कोई भी आरोपी बख्शा नहीं जायेगा। सीएम ने पीड़ित परिवार से करीब आधे घंटे तक मुलाकात की। सुबोध सिंह राठौर की पत्नी ने मीडिया को बताया कि वह सरकार की कार्रवाई से खुश हैं।

30 लाख रुपये मकान का कर्ज भी चुकाएगी सरकार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर के स्याना थाने के इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के परिजनों से कहा दोषी कोई भी हो बचेगा नहीं। हमारी तीन टीमें वहाँ काम रही हैं। शीघ्र ही साजिश का सच सामने होगा। मुख्यमंत्री ने सुबोध की पत्नी और माँ को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। आपको बता दें कि सीएम योगी ने तीन दिसंबर को बुलंदशहर हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध की पत्नी को 40 लाख रुपये और माता-पिता को 10 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने का एलान किया था। सरकार सुबोध के परिवार पर 30 लाख रुपये मकान का कर्ज भी चुकाएगी। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद सुबोध के परिवार ने मीडिया से बात की और कहा कि सीएम योगी ने हमें मदद दिलाने का आश्वासन दिया है। हमें सरकार पर पूरा भरोसा है। इसके साथ ही उन्होंने दिवंगत इंस्पेक्टर के आश्रित परिवार को पेंशन तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की है। इससे पहले बुधवार को प्रभारी मंत्री अतुल गर्ग इंस्पेक्टर सुबोध के पैतृक गांव पहुंचे थे, उन्होंने सीएम के संदेश के साथ 40 लाख रुपये का चेक सुबोध की पत्नी को दिया था।
एसआईटी ने सौंपी सीएम को जांच रिपोर्ट
वहीं, प्रदेश की डीजीपी ओपी सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि शहीद सुबोध के परिजनों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। हमारी संवेदनाएं सुबोध के परिवार के साथ हैं। डीजीपी ने भरोसा दिलाया कि परिवार की हरसंभव मदद करेंगे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने दिवंगत इंस्पेक्टर के आश्रित परिवार को पेंशन और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का एलान किया है। वहीं मामले की जांच कर रही एसआइटी की टीम ने कल देर रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रिपोर्ट सौंपी है। बुलंदशहर में सोमवार को गोकशी के शक में हिंसा भड़क उठी थी। इस हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और एक नौजवान सुमित चौधरी की मौत हो गई थी। इसके बाद सुबोध कुमार के परिवार को मिलने के लिए लखनऊ बुलाया था।

मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर
आपको बता दें कि सुबोध बुलंदशहर में हुई हिंसा में भीड़ के हमले का शिकार हो गए थे। हिंसा की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जा चुका है। हिंसा में मृतक सुमित कुमार सहित 28 को नामजद और 60 पर केस दर्ज किया गया है। मामले में अब तक चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जबकि मुख्य आरोपी बजरंग दल का जिला संयोजक योगेश राज फरार है। यूपी डीजीपी ने कहा कि पूरा मामला एक साजिश नजर आ रही है। आखिर क्यों और कैसे गोवंश के अवशेष वहां लाए गए थे। इसकी जांच की जा रही है। ये सिर्फ एक कानून-व्यवस्था का मुद्दा नहीं है। मामले की जांच एसआईटी कर रही है। जांच रिपोर्ट आने पर सारी बातें स्पष्ट हो जाएंगी। वहीं, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मामले का संज्ञान लेकर उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस भेजकर चार हफ्ते में जवाब मांगा है। बुधवार को योगेश ने एक वीडियो जारी कर सफाई जारी की। वीडियो में योगेश ने कहा कि स्याना में हुई घटना में पुलिस उसे अपराधी बताने में तुली हुई है।

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