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लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि पांच राज्यों में मिली पराजय के बाद भाजपा विघटनकारी नीतियों पर उतर आई है। भाजपा समाजवादी पार्टी से घबराई हुई है इसलिए समाजवादी पार्टी के विरूद्ध बड़ी साजिशें कर रही है। वह प्रचार माध्यमों पर कब्जा कर रही है। वादों को न निभाने से भाजपा के प्रति जनता में भारी रोष है। नए वर्ष में समाजवादी साइकिल से गांव-गांव में जाकर भाजपा के कारनामों से जनता को अवगत कराएंगे और समाजवादी पार्टी की नीतियों तथा समाजवादी सरकार की उपलब्धियों की जानकारी जन-जन तक पहुंचाएंगे।
श्री यादव आज पिछड़ा वर्ग समाज की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग के साथ भी न्याय हो। आबादी के हिसाब से भागीदारी हक और सम्मान सबको मिलना चाहिए। गन्ना धान किसान तबाह है। किसान को धान की कीमत नहीं मिली। गन्ना किसानों को बकाया नहीं मिला और न ही गन्ना मूल्य में वृद्धि हुई। आलू किसान की खरीद नहीं हुई। खाद, डीजल मंहगा है। किसानों की कर्जमाफी की घोषणाएं अधूरी हैं। किसानों का पूरा कर्ज माफ होना चाहिए। कृषि उत्पादन की खरीद की कोई योजना नहीं है।
एक सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर किसी ने उनका (राहुल) नाम उम्मीदवार के तौर पर लिया है तो जरूरी नहीं कि संभावित गठबंधन के नेता इससे सहमत हों। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व शरद पवार जी जैसे नेताओं ने भाजपा विरोधी दलों को एक साथ लाने के लिए काफी कोशिश की है। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति अपनी राय देता है तो जरूरी नहीं कि गठबंधन इससे सहमत हो।
उन्होंने कहा कि अभी के लिए यह जरूरी है कि सभी साथ आएं क्योंकि देश की जनता बहुत निराश है। भाजपा ने 2014 के चुनाव में जो वादे जनता से किए थे वो पूरे नहीं हुए। अब सभी को साथ आना चाहिए, नेता कौन बनेगा… इसका फैसला चुनाव बाद हो जाएगा।
एक सवाल पर उन्होंने कहा कि वादाखिलाफी भ्रष्टाचार हैं। समाज को गुमराह करना स्वस्थ लोकतंत्र के लिए खतरा है। भाजपा इसमें माहिर है। सन् 2019 के चुनावों में एकजुटता से भाजपा को सत्ता से बेदखल करना होगा।