उत्तर प्रदेश

राकेश टिकैत का अल्टीमेटम- आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो करेंगे राष्ट्रव्यापी आंदोलन

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]

[ad_1]

Lakhimpur Kheri Violence News: भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने रविवार को लखीमपुर में हुई हिंसा की घटना के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के संबंध में राज्य सरकार को दिया गया अल्टीमेटम को बुधवार को दोहराते हुये कहा कि अगर आठ दिन में ऐसा नहीं हुआ तो राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि रविवार की घटना में मरे आठ लोगों में चार किसान और एक पत्रकार शामिल हैं. उन्होंने इस घटना के आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने व केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा (Ajay Mishra) से त्यागपत्र देने की मांग की.

टिकैत ने चार अक्टूबर को राज्य सरकार के साथ एक समझौता किया था जिसके बाद किसानों ने अपना विरोध समाप्त कर दिया था और मृत किसानों का पोस्टमार्टम किया गया था. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने टिकैत की उपस्थिति में पीड़ित किसानों के परिवारों को 45-45 लाख रुपये देने, योग्यता के हिसाब से परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में न्यायिक जांच करवाने की बात चार अक्टूबर को कही थी.

हमारा विरोध खत्म नहीं हुआ है- राकेश टिकैत

राकेश टिकैत ने लखीमपुर शहर के एक गुरुद्वारे में संवाददाताओं से कहा, ”हमारा विरोध खत्म नहीं हुआ है. हम समझौते के आठ दिन बाद तक इंतजार करेंगे और अगर मांगें पूरी नहीं हुई तो देशव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा.” तिकोनिया थाने में हुई घटना में केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा समेत अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) में प्राथमिकी दर्ज की गई है.

टिकैत ने कहा कि पीड़ित परिवारों और किसानों से सलाह-मशविरा करने के बाद सरकार के साथ समझौता हुआ था और सभी ने इस पर ‘संतुष्टि’ व्यक्त की थी. सोमवार तड़के घटना स्थल पर पहुंचे संयुक्त किसान मोर्चा के नेता ने तिकोनिया की घटना पर गतिरोध समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. गौरतलब है कि पिछले रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी.

यह भी पढ़ें-

UP Election 2022: खास है लखीमपुर खीरी की कस्ता विधानसभा सीट, यहां कांग्रेस और बसपा का नहीं खुला है खाता

Explained: नेताओं को मिली लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत, प्रियंका गांधी और संजय सिंह हुए रिहा, जानें- मामले में अबतक क्या क्या हुआ

[ad_2]

Source link

Aamawaaz

Aam Awaaz News Media Group has been known for its unbiased, fearless and responsible Hindi journalism since 2018. The proud journey since 3 years has been full of challenges, success, milestones, and love of readers. Above all, we are honored to be the voice of society from several years. Because of our firm belief in integrity and honesty, along with people oriented journalism, it has been possible to serve news & views almost every day since 2018.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button