[ad_1]
Varahi Devi Mandir in Gonda: नवरात्रि के मौके पर गोंडा के कई मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है. जिले में काली भवानी देवी मंदिर, खैरा भवानी देवी मंदिर के साथ बेलसर ब्लॉक क्षेत्र में उत्तरी भवानी देवी मंदिर है जिसको मां वाराही देवी मंदिर के नाम से जाना जाता है. वाराही देवी मंदिर 51 शक्तिपीठ में से एक है. गोंडा के अलावा यहां पड़ोसी जिलों से भी लोग आकर माता के दर्शन करते हैं.
माता सती के दो दांत गिरे थे
ऐसी मान्यता है कि सती मां के शरीर को जब शंकर भगवान लेकर जा रहे थे. भगवान विष्णु ने जगत कल्याण के लिये अपने चक्र से उनके शरीर को छिन्न भिन्न कर दिया था और उनके शरीर के अंग 51 स्थानों पर गिरे जो बाद में शक्ति पीठ बन गये. उन्हीं में से एक है बाराही देवी का स्थान. कहा जाता है कि यहां पर मां सती के दो दांत गिरे थे. जहां पर आज भी दो छेद मौजूद हैं जिनकी गहराई आज तक नहीं मापी जा सकी है. ऐसी किवदन्ती है कि सालों पहले किसी ने ऐसा करने का प्रसास किया था तो उसकी देखने की शक्ति चली गई थी. इसके बाद इस छेद में करीब 4 हजार मीटर धागे में एक पत्थर बांध कर डाला गया था मगर कुछ पता नहीं चल पाया.
विद्वान बताते हैं कि बाराही देवी मंदिर 34वां शक्ति पीठ है. जब भगवान ने पृथ्वी को बचाने के लिये अवतार लिया था तो यहीं पर वाराही देवी उतरी थीं. लोगों का मानना है कि इस मंदिर में मांगी गई सारी मन्नतें पूरी हो जाती हैं.
ये भी पढ़ें:
Explained: बिजली संकट से अछूता नहीं यूपी, जानें देश के सबसे बड़े सूबे के क्या हैं हालात?
त्योहारों को लेकर CM योगी आदित्यनाथ की कड़ी चेतावनी, अधिकारियों को दिए ये सख्त निर्देश
[ad_2]
Source link