[ad_1]
Paigambar Mohammad Birthday: पैगंबर मोहम्मद साहब को इंसानियत और प्यार का पैरोकार यूं नहीं कहा जाता है. उन्होंने अपने अनुयायियों को हमेशा इंसानियत की राह ही दिखाई. पैगंबर साहब खुद भी मानवता की एक बहुत बड़ी मिसाल थे. पैगंबर ने उस बुढ़िया को भी कभी बुरा नहीं कहा जो रोजाना उन पर कूड़ा फेंकती थी. पैगंबर साबह ने उल्टा उस बुढ़िया का इलाज करवाया था.
दरअसल, पैगंबर मोहम्मद साहब जिस रास्ते से गुजरते थे वहां एक बुढ़िया रहती थी. वो बुढ़िया रोजाना पैगंबर साहब पर कूड़ा फेंकती थी. पैगंबर बिना कुछ बोले मुस्कुराते और उस औरत के लिए दुआ कर चुपचाप निकल जाते थे. एक दिन जब मोहम्मद मुस्तफा साहब पर कूड़ा नही पड़ा तो उन्होंने पूछा यहां एक औरत हुआ करती थी जो रोज कूड़ा फेंकती थी. तो पता चला कि वो औरत बीमार है. जैसे ही मोहम्मद साहब को बुढ़िया की बीमारी का पता चला तो वे तुरंत उस औरत का हाल लेने पहुंच गए. पैगंबर ने बुढ़िया से पूछा कि आज आपने मेरे ऊपर कूड़ा नही फेंका तो आपको देखने आ गया और अल्लाह से दुआ की आप जल्दी ठीक हो जाओ. ये देख वो औरत रोने लगी और हजरत मोहम्मद से माफी मांगी.
आज है ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का त्योहार
इस्लामिक कैलेंडर के तीसरे महीने की 12वीं तारीख को ये त्योहार मनाया जाता है. मान्यताओं के अनुसार रबी अव्वल की 12वीं तारीख को ही मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था. इस पर्व को बारावफात या ईद मिलादुन्नबी कहते हैं.
ये भी पढ़ें:
Eid-e-Milad-un-nabi 2021: जानिए क्यों मनाया जाता है ईद-ए-मिलाद-उन-नबी और क्या है इसका महत्व?
Uttarakhand Rains: उत्तराखंड में आफत की बारिश, तीन की मौत, गृह मंत्री ने की सीएम धामी से बातचीत
[ad_2]
Source link