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UP Assembly Election 2022: सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर भले ही अंदर अंदर बीजेपी के साथ जाने का पूरा मन बना चुके हों. लेकिन फेस सेविंग की वजह से अभी तक वो वजह नहीं तलाश पाए जिसे बताकर एंट्री करें. यही वजह है कि उनकी बयानबाजी लगातार जारी है. एबीपी गंगा ने ओपी राजभर से बात की तो उन्होंने कहा कि अभी किसी दल से बात नहीं हुई, लेकिन सबको संदेश भेज चुके हैं. राजभर का कहना है कि सभी आतुर हैं उनके साथ समझौता करने को. लोग परेशान हैं अब उनके साथ आने को.
ओपी राजभर ने कहा कि कल कुछ दल के नेताओं से मुलाकात करेंगे. सूत्रों की माने तो केंद्रीय मंत्री व यूपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान को जिम्मेदारी दी गयी है ओपी राजभर को साथ लाने की. इस पर ओपी राजभर का कहना है कि जिम्मेदारी बहुत लोगों को दी गयी, सपा-बसपा में भी जिम्मेदारी दी गयी है. लोग कॉल कर रहे, लेकिन वो अटेंड नहीं कर रहे. उन्होंने कहा कि आज धर्मेंद्र प्रधान का भी कॉल आएगा तो नही उठाएंगे. हां कल से बात करेंगे सभी से.
बीजेपी के सामाजिक सम्मेलन के तहत होने वाले राजभर समाज के सम्मेलन पर ओपी राजभर ने कहा कि सम्मेलन होते रहते हैं. जहर खाने का भी संगठन बनाये तो भी लोग मिल जाएंगे. पहले जातियों के नेताओं को दिखाकर वोट लिया जाता था, अब वो चीज खत्म हो रही, अब पार्टियों के लीडर हो गए. पहले लीडर जो वोट दिलाने वाले थे एक तरह से अब दगे कारतूस हैं. उन्होंने दावा किया कि बगैर ओपी राजभर के उत्तर प्रदेश में सरकार नहीं बननी. जिसके साथ उनका मोर्चा, ओपी राजभर जाएंगे उसी की सरकार बनेगी.
अनिल राजभर ने निशाना साधा था
पिछले दिनों जब ओपी राजभर ने कहा था कि बीजेपी के लिये भी दरवाजे खुले हैं तो मंत्री अनिल राजभर ने उन पर निशाना साधा था. इसे लेक़र बिना मंत्री का नाम लिए ओपी राजभर ने कहा कि 27 को मालूम हो जाएगा कि वो कहां चले गए. पूर्वांचल ही नहीं पूरे यूपी में ऐसे लोग जमानत बचा लें. हमने खाली बयान दिया कि बीजेपी के लिए भी दरवाजा खुला तो दिल्ली से लेकर यहां तक हलचल मच गई है. राजभर ने कहा कि जो मंत्री बोल रहे उनकी औकात ही क्या है, उनकी हैसियत इतनी है कि वो किसी दल के लोडर हैं. लोडर गिरी कर रहे तो मालिक की मर्जी पे बोलना, मालिक की मर्जी पर खाना, जीना, अपनी मर्जी से कुछ करना नहीं.
AIMIM को लेकर राजभर ने कही ये बात
ओपी राजभर ने जब बीजेपी में जाने की बात कही थी तो AIMIM की तरफ से बयान आया था कि ऐसा होने पर वो मोर्चे से अलग हो जाएंगे. इस पर ओपी राजभर ने कहा कि जब बीजेपी साथ जाएंगे तो उनसे बात करेंगे. जो लोग जल्दबाजी में बयानबाजी कर रहे हैं ये उनकी नासमझी है. राजनीति में सभी बड़े नेता एक दूसरे से मिलते हैं. जब तक डिसीजन न आ जाये उसको नहीं मानना चाहिए.
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