उत्तर प्रदेश

यूपी: साइकिल पर सवाल हुए योगी मंत्रिमंडल से बर्खास्त हुए नेता ओम प्रकाश राजभर

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राजनीति में ऊंट कब किस करवट बैठे ये किसी को पता नहीं होता. चुनाव आते ही नेताओं का इस पार्टी से उस पार्टी में फेरबदल आम बात हो जाती है. अब यूपी विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में सियासी पारा गरम है. सभी पार्टियां पूरजोर तरीके से कोशिश में हैं कि दूसरी पार्टियों के बागी नेता उनके साथ हो लें. आज समाजवादी पार्टी ने बड़ा दांव खेला है. बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सुभासपा (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी) अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने आज समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया है. 

समाजवादी पार्टी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से इस बात की जानकारी दी है. यहां एक तस्वीर ट्वीट की गई है जिसमें अखिलेश यादव और ओम प्रकाश राजभर साथ दिखाई दे रहे हैं. इसके अलावा ओम प्रकाश राजभर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट की है. उन्होंने इसके साथ लिखा, ”अबकी बार, भाजपा साफ़! दलितों, पिछड़ों अल्पसंख्यकों के साथ सभी वर्गों को धोखा देने वाली भाजपा सरकार के दिन हैं बचे चार.”

योगी सरकार ने किया था बर्खास्त

आपको बता दें कि ओम प्रकाश राजभर ने बीजेपी की खूब खिलाफत की है. 2019 में वो योगी सरकार में मंत्री थे. उन्हें पिछड़ा वर्ग कल्याण-दिव्यांग जन कल्याण मंत्री का पद दिया गया था. 2019 में हुए लोकसभा चुनावों के नतीजे आने से पहले योगी सरकार ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था. सरकार में मंत्री रहते हुए वो सरकार के खिलाफ खूब बयानबाजी करते रहे. 

पिछले चुनाव एनडीए के साथ लड़ा और मंत्री बने

2002 में राजभर ने अपनी ये पार्टी बनाई थी. राजभर यूपी में खुद को ओबीसी के मसीहा होने का दावा करते हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में सुभासपा ने 13 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे लेकिन सबकी जमानत जब्त हो गई.

ओम प्रकाश राजभर ने पिछला यूपी विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था. एनडीएक के साथ गठबंधन में उनकी पार्टी ने 8 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें चार सीटों पर जीत दर्ज की थी. इसके बाद ही वो योगी सरकार में मंत्री बने. लेकिन कई बार उन्होंने सरकार के खिलाफ बयान दिया और फिर उन्हें सरकार से बर्खास्त कर दिया गया.

ओम प्रकाश राजभर की ताकत

पूर्वांचल की लगभग 146 सीटों पर राजभर वोट बैंक काफी संख्या में है, जिसमें 29 जिले आते हैं. ओमप्रकाश राजभर की पार्टी ने हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में भी अपनी ताकत दिखाई थी. जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव में राजभर की पार्टी से जुड़े 117 सदस्य जीते थे. 2700 ग्राम प्रधान चुने गए और 1800 बीडीसी बीडीसी सदस्य जीते. बलिया आजमगढ़ में बीजेपी को जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हराने में राजभर ने बड़ी भूमिका भी निभाई. 

2017 में किस पार्टी को कितनी सीटें

यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. यूपी में कुल 403 विधानसभा सीटे हैं. 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 312 सीटें जीती थीं. समाजवादी पार्टी को 54 सीटें मिली थीं और बसपा को 19 सीटों पर जीत मिली थीं, वहीं कांग्रेस को सात सीटों से संतोष करना पड़ा था.

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