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Noida Crime News: नोएडा पुलिस (Noida Police) ने एक ऐसे गैंग के 10 सदस्यों को गिरफ्तार किया जो सरकारी भर्तियों का पेपर लीक कराकर उन्हें मोटा मुनाफा कमाने के लिए बेचता था. अगर कोई परीक्षार्थी अपनी जगह दूसरे को बिठाने की बात कहता था तो ये गैंग उस परीक्षार्थी की जगह दूसरे को बिठाकर पेपर दिलाता था और उसके एवज में लाखों रुपए लेता था. पुलिस ने इस गैंग के पास से 915000 रुपये नगद, 28 विभिन्न विभागों के भर्ती प्रवेश पत्र के अलावा भारी तादाद में मोबाइल फोन (Mobile Phone) और 2 कारें बरामद की हैं.
कई राज्यों तक फैला है नेटवर्क
नोएडा पुलिस ने जिन 10 सदस्यों को गिरफ्तार किया है वो अलवर गैंग के सक्रिय सदस्य हैं. इस गैंग में युवाओं के साथ-साथ तीन रिटायर्ड फौजी भी शामिल हैं, जो सरकारी भर्तियों के पेपर को आउट कराकर लाखों रुपए में बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे थे. ये गैंग पिछले 2.5 सालों से सक्रिय है और इसने इन 2.5 सालों में हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बंगाल और बिहार में अपना नेटवर्क फैला दिया था. ये गैंग एक सरकारी भर्ती के लिए 40 से 50 लाख रुपए तक लेता था.
यूपी, हरियाणा, राजस्थान के लोग शामिल
नोएडा पुलिस की मानें तो इस गैंग में उत्तर प्रदेश के अलावा हरियाणा, राजस्थान के लोग भी शामिल थे. यही वजह है कि इस गैंग ने बड़ी आसानी से महज ढाई सालों में 5 राज्यों में अपना नेटवर्क फैला लिया और देखते ही देखते इस इन 5 राज्यों में कई सरकारी भर्तियों का पेपर आउट कराकर लोगों को बेच दिए. इसके अलावा कई भर्तियों में दूसरों को बिठाकर परीक्षा भी दिलाई है. फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और उम्मीद है कि जांच में और भी तथ्य निकल के आएंगे जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस ने किया भंडाफोड़
नोएडा पुलिस ने बताया कि इस गैंग के पास एसएससी की मल्टी टास्किंग नॉन टेक्निकल स्टाफ परीक्षा 2020 के 11 प्रवेश पत्र मिले हैं. इसके अलावा राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड के भार्ती का एक प्रवेश पत्र मिला है. इसके अलावा इंडियन कोस्ट गार्ड डायरेक्ट रिक्रूटमेंट के भी प्रवेश पत्र बरामद हुए हैं. सबसे चौंकाने वाली बात ये थी कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की सीधी भर्ती के 2 प्रवेश पत्र और जूनियर असिस्टेंट के पद पर भर्ती का एक प्रवेश पत्र बरामद हुआ है. इसके अलावा हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के भर्ती की परीक्षा के 10 प्रवेश पत्र भी इन लोगों के पास बरामद हुआ है. यह गैंग यहीं नहीं रुका, इस गैंग के पास से राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन का भी एक प्रवेश पत्र बरामद हुआ जिसमें फोटो बदलकर परीक्षार्थी की जगह सॉल्वर बिठाकर परीक्षा दिलाने का प्रयास कर रहे थे लेकिन नोएडा पुलिस की सक्रियता से यह गैंग नाकाम रहा और पुलिस ने इस गैंग के 2 सदस्यों को गिरफ्तार कर इस पूरे गोरखधंधे का भंडाफोड़ कर दिया.
पुलिस के मिली अहम जानकारियां
नोएडा पुलिस की माने तो इस गैंग में कई लोग शामिल हैं जिनकी तलाश की जा रही है साथ ही इन राज्यों की पुलिस से भी संपर्क किया जाएगा ताकि ये पता चल सके कि इस गैंग ने अब तक कितने राज्यों में सरकारी भर्तियों के नाम पर ये खेल खेला है. नोएडा पुलिस का कहना है इस गैंग से पूछताछ में कुछ अहम सबूत हाथ लगे हैं कि कैसे उन्हें सरकारी भर्तियों के पेपर मिलते हैं और कैसे ये पूरा खेल होता था. लेकिन, अभी उसका खुलासा करना जल्दबाजी होगा क्योंकि जब तक इस गैंग के सभी सदस्य पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ जाते तब तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा.
बेनकाब होंगे कई सफेदपोश
नोएडा पुलिस ने सॉल्वर गैंग के जिन सदस्यों को गिरफ्तार किया है उसमें उमेश कुमार सातवर, लाखन सिंह, वीरेंद्र यादव, लायक, सतनाम, सुनील कुमार, जितेंद्र यादव, महिपाल यादव और विकास शर्मा शामिल हैं. इन सभी आरोपियों को नोएडा सेक्टर 58 पुलिस ने त्रिफला पार्क के पास से गिरफ्तार किया है. नोएडा पुलिस को उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी से सॉल्वर गैंग को लेकर बड़ा खुलासा जल्द किया जाएगा, जिसमें कई सफेदपोश बेनकाब होंगे.
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