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UP Election 2022: यूपी में आगामी चुनाव को लेकर सभी सियासी दल मैदान में हैं. बीजेपी के पास जनता के बीच बताने के लिये प्रदेश सरकार के साढ़े चार साल से अधिक और केंद्र की 7 साल से अधिक के कार्यकाल के काम हैं. वहीं सपा 2012 से 2017 के बीच किये कामों को गिना रही है. ये भी बता रही है कि वर्तमान सरकार उनके किये कामों का फीते काट रही है. बात बसपा की करें तो मायावती और उनके नेता अपनी सरकार के समय की कानून व्यवस्था की बात करते हैं. लेकिन सबसे मुश्किल हालात कांग्रेस के सामने है. वजह ये की कांग्रेस 3 दशक से अधिक समय से यूपी की सत्ता का स्वाद नही चख पाई. ऐसे में कांग्रेस अब छत्तीसगढ़ के मॉडल को यूपी में भुनाने में लगी है.
कांग्रेस ने निकाली प्रतिज्ञा यात्रा
हाल ही में कांग्रेस ने प्रदेश के विभिन्न जिलों से 3 प्रतिज्ञा यात्रा निकाली. इसमे उन प्रतिज्ञाओं का ज़िक्र किया गया जिनका ऐलान प्रियंका गांधी ने यात्रा शुरू करते समय किया था. इनमे किसानों की कर्जमाफी से लेकर, बिजली बिल माफ करना, धान का मूल्य समेत अन्य बातें शामिल हैं. अब बात आती है जनता को विश्वास दिलाने की, तो उसके लिए कांग्रेस छत्तीसगढ़ सरकार के कामों को यहां गिना रही है. हाल ही में प्रियंका गांधी ने गोरखपुर की सभा मे भी यही कहा कि जिस तरह कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र के वादे छत्तीसगढ़ में पूरे किए वैसे ही यहां भी करेंगे. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी यही कह रहे हैं कि राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ में किसानों का कर्ज माफ करने का जो वादा किया था वो शपथ ग्रहण के चंद घंटों के अंदर पूरा किया.
सिर्फ छत्तीसगढ़ मॉडल ही नही बल्कि कांग्रेस वहां के सीएम भूपेश बघेल के चेहरे को भी यूपी में भुनाने की तैयारी में है. गोरखपुर की जनसभा के दौरान जगह जगह भूपेश बघेल के जो होर्डिंग लगे थे उनमें से किसी पर उन्हें कुर्मी नेता तो किसी मे ओबीसी की आवाज के रूप में बताया गया. यानी उनके चेहरे पर यहां पिछड़े वर्ग, खास तौर से कुर्मियों को साधने की कोशिश. इसे लेकर कांग्रेस के एमएलसी दीपक सिंह का कहना है कि छत्तीसगढ़ मॉडल कांग्रेस का मॉडल है. जो घोषणा पत्र के वादे थे पूरे किए, इससे कांग्रेस बस ये बताना चाहती कि जो वादा करते पूरा भी करते. जहां तक बात सीएम भूपेश बघेल की है तो उन्होंने सरकार में आकर सारे वादे पूरे करने का काम किया है.
लोग नहीं जानते हैं कांग्रेस है कौन
वहीं इसे लेकर भाजपा के मंत्री मोहसिन रज़ा का कहना है की अब लोग ये भी नही जानते कि कांग्रेस किस चिड़िया का नाम है. जब वो 60 साल केंद्र और प्रदेश में सत्ता में रहे तो कुछ किया नहीं. 1 शौचालय तक नहीं दिया, बहनों को सड़कों पर बैठाया. अब 3 सिलिंडर, 40 फीस्सी सीट की बात करते हैं. मोहसिन राजा ने कहा कि मैं जिस जिले का प्रभारी मंत्री वहां से राहुल गांधी को तो वायनाड भेज दिया गया इस बार कांग्रेस को एक सीट मिलना भी मुश्किल है.
राजनीतिक विश्लेषक विजय उपाध्याय का कहना है कि छत्तीसगढ़ और यूपी में बहुत अंतर है. बात चाहे जनसंख्या की हो, संसाधनों की, बजट किंया रेवेन्यू की. उनका कहना है कि भाजपा 2013 से गुजरात मॉडल पर बात करती रही. अब कांग्रेस उसके जवाब में छत्तीसगढ़ मॉडल पर बात कर रही है. लेकिन इनमे बहुत चुनौतियां हैं.
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