उत्तर प्रदेश

जानें, रामायण सर्किट ट्रेन से जुड़ी हर बात, एक लाख से ज्यादा है टिकट का किराया

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Ramayana Circuit Train: दिल्‍ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से आज पहली ‘रामायण सर्किट ट्रेन’ रवाना होने के बाद अयोध्या पहुंच गई है. इस ट्रेन में 132 यात्रियों सफर कर रहे हैं. अयोध्या के बाद यह ट्रेन 17 दिनों में सीतामढ़ी और चित्रकूट सहित कई प्रमुख जगहों पर जाएगी. दरअसल भारतीय रेलवे ने भगवान श्री राम के जीवन से जुडे़ कई प्रमुख धार्मिक स्‍थलों के दर्शन के लिए रामायण सर्किट ट्रेन का ऐलान किया था, जिसकी शुरुआत आज हुई. इस ट्रेन की शेड्यूलिंग और फुल बुकिंग काफी पहले हो चुकी थी. आईआरसीटीसी ने इसके अलावा 4 और रामायण सर्किट ट्रेन चलाने का ऐलान किया है. अब 16 नवंबर को दूसरी ट्रेन, 25 नवंबर को तीसरी ट्रेन, 27 नवंबर चौथी और 20 जनवरी से पांचवीं ट्रेन चलाई जाएगी.

रामायण सर्किट ट्रेन 17 दिन में 7500 किमी की यात्रा तय करेगी और भगवान राम से जुड़े धार्मिक स्थलों के दर्शन कराएगी. यात्रा का पहला पड़ाव अयोध्या था, जहां श्रीराम जन्मभूमि मंदिर, श्रीहनुमान मंदिर के दर्शन कराए जाएंगे. अयोध्या से ये ट्रेन सीतामढ़ी जाएगी, जहां जानकी जन्म स्थान और नेपाल स्थित राम जानकी मंदिर के दर्शन होंगे.

इसके बाद ट्रेन का अगला पड़ाव भगवान शिव की नगरी काशी होगा. फिर चित्रकूट और वहां से नासिक पहुंचेगी. नासिक के बाद प्राचीन किष्किन्धा नगरी हम्पी अगला पड़ाव होगा, जहां अंजनी पर्वत स्थित हनुमान जन्मस्थल के दर्शन कराए जाएंगे. इस ट्रेन का आखिरी पड़ाव रामेश्वरम होगा. रामेश्वरम से चलकर ये ट्रेन 17वें दिन दिल्ली वापस पहुंचेगी. इस यात्रा के लिए एसी फर्स्ट क्लास की बुकिंग 1,02,095 रुपये और सेकंड क्लास में 82,950 रुपये में हुई है.

क्या है ‘रामायण सर्किट ट्रेन’ की खासियत?

रामायण सर्किट ट्रेन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. इस एसी पर्यटक ट्रेन में यात्री कोच के अलावा दो रेल डाइनिंग रेस्तरां, एक किचन कार और यात्रियों के लिए फुट मसाजर, मिनी लाइब्रेरी, स्वच्छ शौचालय और शॉवर क्यूबिकल आदि की सुविधा भी उपलब्ध है. साथ ही सुरक्षा गार्ड, इलेक्ट्रॉनिक लॉकर और सीसीटीवी कैमरे भी हर कोच में उपलब्ध रहेंगे. यात्रा की पूरी अवधि के दौरान आईआरसीटीसी की टीम स्वच्छता एवं स्वास्थ्य संबंधी सभी प्रोटोकॉल का ध्यान रखेगी. सभी पर्यटकों को फेस मास्क, हैंड ग्लव्स और सैनिटाइजर रखने के लिए एक सुरक्षा किट दी जाएगी.

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