उत्तर प्रदेश

Zika Virus in Kanpur: CM योगी ने लिया जीका के हालात का जायजा, दी ये अहम जानकारी

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]

[ad_1]

Zika Virus: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में पिछले एक महीने में जीका वायरस के 105 मामले मिले हैं, जबकि 17 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. इस संबंध में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिक जानकारी दी है. उन्होंने कहा है कि जीका वायरस से उत्पन्न स्थिति से पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है, इसको नियंत्रित किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि यदि पेशेंट समय पर उपचार कराए और आवश्यक सतर्कता बरते तो कहीं पर कोई समस्या नहीं आएगी. 

सीएम योगी ने इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए कहा, ‘हमारी निगरानी समितियां घर-घर जाकर जीका वायरस के लक्षणों वाले व्यक्तियों को चिह्नित कर रही हैं. सर्विलांस को तेज करते हुए उन्हें हॉस्पिटल भेजने और मेडिसिन किट भी उपलब्ध कराने में अपना योगदान दे रही हैं. सभी संस्थाएं अपना कार्य सुचारू रूप से कर रही हैं.’ उन्होंने बताया कि बहुत जल्द जीका वायरस पूरी तरह से कानपुर के अंदर नियंत्रित कर लिया जाएगा. सीएम ने कहा, ‘मैंने इसकी समीक्षा की है. यहां अच्छे ढंग से कार्य चल रहा है और चिकित्सा-शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य मंत्री और अन्य सीनियर अधिकारी भी पूरी निगरानी कर रहे हैं.

क्या है जीका वायरस

जीका वायरस से फैलने वाली बीमारी का प्रसार एडीज मच्छर द्वारा होता है. यह मच्छर की वहीं प्रजाति है जिससे डेंगू और चिकनगुनिया जैसे खतरनाक वायरस का प्रसार होता है. जीका वायरस की पहचान सबसे पहले साल 1947 में युगांडा के बंदरों में हुआ था. वहीं इंसानों में इस वायरस के बारे में साल 1952 में पता चला था.

जीका वायरस के लक्षण

जीका वायरस से संक्रमित कुछ लोगों में कोई लक्षण नहीं होते हैं. आमतौर पर लक्षण किसी व्यक्ति को संक्रमित मच्छर द्वारा काटे जाने के दो से 14 दिनों के बीच होते हैं. ऐसे इसके लक्षण में बुखार, मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द, आंखों में लाली, सिरदर्द, थकान, पेट में दर्द आदि हो सकता है. जीका वायरस के संक्रमण से मस्तिषक या तंत्रिका तंत्र की जटिलताएं हो सकती हैं, जैसे गइलेन बैरे सिंड्रोम.

जीका का रोकथाम

जीका वायरस संक्रमण का अभी कोई ईलाज मौजूद नहीं है. अगर इस संक्रमण का शिकार हो जाए तो भरपूर आराम करें ज्यादा से ज्यादा पेय पदार्थ पिए और सामान्य बुखार और दर्द की दवा से इलाज करें पर अगर स्थिति फिर भी नहीं सुधरती है तो डॉक्टर की तुरंत सलाह ले.

यह भी पढ़ें-

UP Election 2022: प्रियंका गांधी का एक और बड़ा वादा, कांग्रेस की सरकार आशा व आंगनबाड़ी कर्मियों को 10 हजार रुपये महीना मानदेय देगी

UP Election 2022: शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन के लिए रखी शर्त, अखिलेश यादव को लेकर दिया ये बयान

[ad_2]

Source link

Aamawaaz

Aam Awaaz News Media Group has been known for its unbiased, fearless and responsible Hindi journalism since 2018. The proud journey since 3 years has been full of challenges, success, milestones, and love of readers. Above all, we are honored to be the voice of society from several years. Because of our firm belief in integrity and honesty, along with people oriented journalism, it has been possible to serve news & views almost every day since 2018.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button