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पैसो की अंधी दौर और कलाकार स्पर्धा के मौजूदा दौर में आज कल्पना करना भी मुश्किल है कि कोई सामाजिक संस्था अपनी पवित्रता और समर्पण को बीते 65 सालों से अनवरत बनाए रखी है। सोनभद्र के जंगलों में एक ऐसी ही सामाजिक संस्था है जो गरीबों और आदिवासियों के लिए विशेष कार्य कर रही है। आइए उस संस्था के बारे में जानते हैं।
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