[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]
कानपुर।मेडिकल कॉलेज की कोविड-19 लैब से सुबह आई रिपोर्ट में गर्भवती तथा प्राइवेट लैब की जांच रिपोर्ट में दो और कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं। बुधवार को तीन कोरोना पाॅजिटिव केस आने के बाद जिले का आंकड़ा 203 पर पहुंच गया है। इसमें से चार की मौत हो चुकी है और 17 ठीक होकर जा चुके हैं। इस तरह शहर में कोरोना संक्रमण के 182 एक्टिव केस हैं। सीएमओ डॉ.अशोक शुक्ला ने बताया कि, मेडिकल कॉलेज में 101 नमूनों की जांच हुई है, जिसमें एक महिला पॉजिटिव आई है, इसके अलावा दो पॉजिटिव केस प्राइवेट लैब से आए हैं।
डॉक्टर में कोरोना संक्रमण की पुष्टि से मची खलबली
कोरोना संक्रमण अब स्वस्थ्य महकमे तक पहुंचने लगा है, पहले चेस्ट हास्पिटल का एक वार्ड ब्वाय कोरोना पॉजिटिव पाया गया था और सोमवार शाम आई रिपोर्ट जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर में कोरोना संक्रमण की पुष्टि से खलबली मच गई है। मंगलवार को कुल तीन पॉजिटिव रिपोर्ट आईं। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के आर्थोपेडिक विभाग के इमरजेंसी में तैनात नॉन पीजी जूनियर डॉक्टर भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। इसपर 23 नॉन पीजी जूनियर डॉक्टरों को क्वारंटाइन किया गया है। तीसरी पॉजिटिव रिपोर्ट मन्नापुरवा की महिला की है, जिनकी मौत हो चुकी है। सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने भी कोरोना से जिले में चौथी मौत की पुष्टि की है। मंगलवार को तीन कोरोना संदिग्ध मरीजों की मौत हुई।
23 अन्य जूनियर रेजीडेंट को किया गया क्वारंटाइन
हैलट के आर्थोपेडिक विभाग की इमरजेंसी में तैनात नॉन पीजी जूनियर रेजीडेंट (जेआर) के संक्रमित होने के बाद पूरे परिसर में खलबली मची हुई है। सभी के मन में यह सवाल उठ रहा है कि जेआर को कोरोना ने चपेट में कैसे ले लिया। कॉलेज प्रशासन उनके संपर्क में आए सभी लोगों की जानकारी जुटा रहा है। इसके अलावा ब्वॉयज हॉस्टल तीन को पूरी तरह सैनिटाइज किया गया और जेआर के सीधे संपर्क में रहने वाले 23 अन्य जूनियर रेजीडेंट को क्वारंटाइन कर दिया गया है। क्वारंटाइन समेत कुल 29 लोगो के नमून भी लिए गए। प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या के मुताबिक उसे संक्रमण कैसे हुआ, इसकी चेन खांगाली जाएगी। अब सभी मरीजां की कोरोना जांच कराई जाएगी, फिर इलाज किया जाएगा।