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Farm Laws Repealed: सिंधु बॉर्डर पर चल रही संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी शामिल थे. बैठक खत्म होने के बाद राकेश टिकैत से एबीपी गंगा ने खास बातचीत कर मीटिंग में क्या कुछ फैसले लिए गए, ये जानने की कोशिश की. राकेश टिकैत ने एबीपी गंगा से खास बातचीत के दौरान बताया कि किसान आंदोलन जारी रहेगा लेकिन अगर सरकार किसानों से बात चीत करना चाहती है तो सरकार से बातचीत के लिए एसकेएम की 5 सदस्य कमेटी बना दी गई है जो सरकार से बातचीत करेगी. ये कमेटी जो भी निर्णय लेगी वह सर्वमान्य होगा.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार की लगातार मांग थी कि एक छोटी पांच सदस्य कमेटी बने, जिससे सरकार बातचीत करे. चाहे फिर वह एमएसपी का मुद्दा हो या किसानों पर दर्ज किए गए मुकदमे. एसडीएम की आज बैठक में 5 सदस्य कमेटी का ऐलान कर दिया गया है. यह कमेटी ही अब सरकार से सभी पहलुओं पर बात करेगी और बातचीत के बाद यह कमेटी जो भी निर्णय लेगी वह सभी को मान्य होगा. राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों के मुद्दे अभी जस के तस हैं. जिन मुद्दों पर सरकार को खुला पत्र लिखा गया था, वह मुद्दे आज भी जिंदा हैं और जब तक उन मुद्दों पर सरकार अपना रुख स्पष्ट नहीं करती तब तक यह आंदोलन खत्म होने वाला नहीं है.
राकेश टिकैत ने कही ये बड़ी बात
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक सरकार एमएसपी पर गारंटी कानून नहीं बनाती, किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस नहीं लेती, आंदोलन के दौरान अपनी जान गवां चुके किसानों को शहीद का दर्जा और उनके परिवार को मुआवजे के साथ एक सरकारी नौकरी दी जाती, लखीमपुर खीरी मामले में सरकार अजय टेनी को तत्काल बरखास्त नहीं करती, तब तक ये आंदोलन हैं नहीं होगी. उन्होंने कहा कि इससे पहले किसान आंदोलन किसी भी कीमत पर खत्म नहीं होगा और ये कमेटी भी इन्हीं मुद्दों पर बात करेगी और जब तक इन मुद्दों पर सरकार सकारात्मक जवाब नहीं देती तब तक आंदोलन इसी तरह चलता रहेगा.
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