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लखनऊ। आगामी 19 मई को देश भर में कर्मचारी काला फीता बांध कर विरोध जताएंगे। यह निर्णय देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों तथा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक के माध्यम से लिया। बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष वी पी मिश्रा ने की। वी पी मिश्रा ने बताया कि सभी की सहमति से 19 मई को देश भर के कर्मचारी काला फीता बांधकर महंगाई भत्ते को फ्रीज़ करने, एन पी एस में सरकारी अंशदान 4% कम करने, राज्य सरकारों द्वारा अन्य भत्तों की कटौती का विरोध करेंगे । साथ ही प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों को ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा । इसके साथ ही सभी कर्मचारी प्रधानमंत्री कार्यालय को ईमेल भेजेंगे और ट्वीट करेंगे, इसके लिए हैशटैग निर्धारित किया जाएगा । इस दौरान इप्सेफ के सभी पदाधिकारियों ने अपने राज्यों की रिपोर्ट प्रेषित करते हुए 1 मई को मोमबत्ती जलाने के ऐतिहासिक अनुशासित सफल आंदोलन के लिए सभी कर्मचारियों को बहुत-बहुत बधाई दी । उन्होंने कहा कि भारत सरकार एवं राज्य सरकारे कोरोना-19 से संघर्ष करने वाले डॉक्टर, नर्सेस, पैरामेडिकल स्टाफ, वार्ड बॉय, सफाई कर्मचारी, पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी एवं तकनीकी कर्मचारियो का सम्मान करने के लिये फूल बरसा रही हैं तो दूसरी तरफ भत्तों में कटौती कर उनकी जेब काट रही है। इप्सेफ के सचिव अतुल मिश्रा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 7 भत्ते काट दिए गए हैं। एनपीएस में सरकार में अंशदान में 4 प्रतिशत की कमी की गई है, जब तक केंद्र सरकार ने आम डीए के किस्तों को जुलाई तक रोका है कुछ राज्य 30 प्रतिशत वेतन की कटौती भी कर रहे हैं इसी वजह से कर्मचारी आक्रोशित होकर आंदोलन करके नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं।