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UP Election 2022: यूपी की सियासत में रघुराज प्रताप सिंह (Raghuraj Pratap Singh) उर्फ राजा भैया (Raja Bhaiya) एक बेहद प्रभावशाली नाम है. आज बात उनसे जुड़े किस्सों की नहीं, सिर्फ सियासी सफर की होगी. प्रतापगढ़ के कुंडा से 1993 से अभी तक लगातार 6 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. प्रतापगढ़ के बाबागंज सीट से भी राजा भैया के करीबी विनोद सरोज विधायक हैं. इस बार प्रतापगढ़ के कुंडा से निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया भी अपनी पार्टी जनसत्ता दल के साथ मैदान में हैं. उनकी पार्टी को आगामी चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने ‘आरी’ छाप आवंटित कर दिया है. यह जानकारी खुद राजा भैया ने दी थी.
कुंडा सीट पर 2017 के नतीजे
- निर्दलीय रघुराज प्रताप सिंह को करीब 68% वोट
- राजा भैया को 1 लाख 36 हजार से वोट
- बीजेपी से जानकी शरण को 33 हजार वोट मिले
- बीएसपी के परवेज अख्तर को 17 हजार वोट मिले थे
- करीब चार हजार लोगों ने नोटा दबाया था
कुंडा सीट पर 2012 के नतीजे
- निर्दलीय राजा भैया को 1 लाख 11 हजार वोट
- बीएसपी के शिव प्रकाश मिश्रा को 23 हजार वोट
- कांग्रेस के रमा शंकर को 14 हजार वोट मिले थे
- बीजेपी के त्रिभुवन को 4 हजार से कम वोट
- बीजेपी को करीब दो फीसदी लोगों ने वोट दिया
कुंडा सीट का इतिहास
- 1993 से लगातार राजा भैया जीत दर्ज कर रहे हैं
- राजा भैया लगातार 6 बार चुनाव जीत चुके हैं
- 1991 में बीजेपी के शिव नारायण मिश्रा जीते थे
- 1980 से 1989 तक तीन बार कांग्रेस जीती थी
- राजा भैया से पहले नियाज हसन 5 बार जीते थे
- राजा भैया के आगे सारे समीकरण ध्वस्त
- राजा भैया किसी पार्टी के टिकट पर नहीं लड़ते हैं
- 1993 और 1996 में बीजेपी ने समर्थन दिया था
- 2002 के बाद से सपा ने समर्थन दिया था
- बीजेपी और सपा सरकारों में मंत्री भी रहे थे
बाबागंज सीट पर 2017 के नतीजे
- निर्दलीय विनोद सरोज को 87 हजार से ज्यादा वोट
- विनोद सरोज को सपा, कांग्रेस और राजा भैया का समर्थन
- निर्दलीय विनोद कुमार को 52% वोट मिले
- बीजेपी के पवन गौतम को 50 हजार वोट मिले
- बीएसपी के दयाराम को 17 हजार वोट मिले
- निर्दलीय रामसरन को 3 हजार वोट मिले
- बाबागंज सीट पर 2012 के नतीजे
- निर्दलीय विनोद सरोज जीते, करीब 70 हजार वोट
- विनोद कुमार को 50 फीसदी के करीब वोट मिले
- बीएसपी के महेश कुमार को 27 हजार वोट मिले
- कांग्रेस के सुरेश भारती को 26 हजार वोट मिले
- अपना दल के कमलेश कुमार को 5 हजार वोट
बाबागंज सीट का इतिहास
- पहले बिहार सीट के नाम से पहचान थी
- 2002 और 2007 में रामनाथ सरोज निर्दलीय जीते
- 2012 और 2017 में विनोद सरोज निर्दलीय जीते
- 1980 और 1985 में कांग्रेस के सरयू सरोज जीते
- बाबागंज सीट सुरक्षित कोटे में है
- राजा भैया के वर्चस्व वाली सीट है
- जिसे राजा भैया का समर्थन, वही जीतता है
- राजा भैया के आगे जातीय समीकरण ध्वस्त
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