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महाराष्ट्र से परिवार को लेकर चले प्रवासी की कानपुर में मौत, कामगार की सांस लेने में तकलीफ बढ़ने से बिगड़ी थी हालत

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कानपुर।(आरएनएस ) लाँकडाउन में महाराष्ट्र के थाणे से परिवार लेकर अंबेडकर नगर के लिए निकले प्रवासी कामगार की रास्ते में ही मौत हो गई। तीन हजार रुपये प्रति सवारी तय करके लाने वाला ट्रक चालक उसकी हालत बिगड़ने पर बीच रास्ते घाटमपुर में परिवार समेत उतारकर भाग निकला। समय से इलाज न मिल पाने से उसने दम तोड़ दिया।
बीच रास्ते छोड़कर भाग गया ट्रक चालक
मूलरूप से अंबेडकरनगर जिले की तहसील अकबरपुर के गांव वाजिदपुर का रहने वाला  जय प्रकाश राजभर (36) पिछले कई वर्षों से परिवार के साथ महाराष्ट्र के जिला ठाणे स्थित नाला सुतारा में रह कर पेंटर का काम करता था। एक वर्ष पहले उसने अपनी साली संगीता और साढ़ू सेवाराम को भी बुला लिया था। लाकडाउन में रोजी जोटी का संकट देख जयप्रकाश शनिवार को पत्नी राधा,साली संगीता, साढ़ू व उसकी पांच वर्षीय पुत्री सोनाक्षी के साथ ट्रक में सवार होकर अंबेडकर नगर के लिए चला था। सोमवार सुबह करीब साढ़े सात बजे पतारा के समीप पहुंचते ही जयप्रकाश की हालत बिगड़ती देखकर चालक ने सड़क किनारे ट्रक रोककर उसे व उसके परिवार को उतार दिया और चंपत हो गया। सड़क से गुजरे राहगीरों ने जयप्रकाश की हालत देखकर एंबुलेंस को सूचना दी।
प्रति सवारी तीन हजार रुपये लिया था किराया 
जयप्रकाश को लेकर एंबुलेंस सुबह 8:30 बजे सीएचसी पहुंची तो डाक्टरों ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। राधा व संगीता ने बताया कि चालक ने प्रति सवारी तीन हजार रुपये किराया लिया था और फैजाबाद तक पहुंचाने की बात कही थी। पति की हालत बिगड़ने पर उसने अस्पताल ले चलने का अनुरोध किया लेकिन अनसुना करके वह बीच रास्ते में छोड़कर भाग गया। जयप्रकाश को कई वर्ष से सांस की बीमारी थी। सीएचसी चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. नीरज सचान ने बताया कि पत्नी व परिजनों की इच्छा के अनुसार शव को एंबुलेंस से अंबेडकरनगर भेजा जा रहा है।

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