Political Crisis In Pakistan: पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में विपक्ष ने सोमवार को इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. इसपर 31 मार्च को बहस होगी. प्रस्ताव पेश होने के बाद संसद की कार्यवाही 31 मार्च की शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. नेशनल असेंबली में नेता प्रतिपक्ष शाहबाज शरीफ ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. प्रस्ताव पर 31 मार्च को चर्चा होगी. वहीं वोटिंग 3 या 4 अप्रैल को कराई जा सकती है.
अविश्वास प्रस्ताव को सफल बनाने के लिए विपक्ष को कम से कम 172 सांसदों के वोट चाहिए. इमरान खान के खिलाफ़ आज पेश हुए अविश्वास प्रस्ताव को विपक्ष के 161 सांसद फिलहाल समर्थन दे रहे हैं.
8 मार्च को विपक्षी पार्टियों द्वारा नेशनल असेंबली के सचिवालय में इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया गया था, जिसके बाद से देश में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल है. विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि खान नीत पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की सरकार देश में आर्थिक संकट और बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार है.
इमरान खान (64) इन दिनों अपनी सरकार बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इमरान खान ने रविवार को इस्लामाबाद में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी गठबंधन सरकार गिराने की ‘‘साजिश’’ में विदेशी ताकतों का हाथ है. उन्होंने कहा कि हमारे लोगों का इस्तेमाल किया जा रहा है. ज्यादातर लोग इससे अनजान हैं लेकिन कुछ लोग हमारे खिलाफ इस धन का इस्तेमाल कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि हम पर दबाव बनने के लिए क्या कोशिश की जा रही है. हमें लिखित में धमकी दी गई है लेकिन हम राष्ट्रीय हितों से समझौता नहीं करेंगे. ’’
खान ने कहा, ‘‘मेरे पास जो पत्र है वह सबूत है और मैं इस पत्र पर संदेह करने वाले किसी भी व्यक्ति को इसे झूठा साबित करने की चुनौती देता हूं. हमें यह फैसला करना होगा कि कब तक हम इस तरह से जीएंगे. हमें धमकियां मिल रही हैं. विदेशी साजिश के बारे में कई चीजें हैं जो बहुत जल्द साझा की जाएंगी. ’’
‘डॉन’ अखबार ने प्रधानमंत्री खान को उद्धृत करते हुए कहा कि गरीब देश पिछड़े हुए हैं क्योंकि सफेदपोश अपराध करने में संलिप्त अमीर लोगों को कानून वहां पकड़ने में नाकाम रहा है. वे लोग चोरी के और लूटे गये धन को विदेशी बैंकों में भेज देते हैं. कुछ चोर देश को उस तरह नष्ट नहीं करते, जैसे कि बड़े चोर करते हैं. ’’
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री एवं पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता नवाज शरीफ, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी नेता एवं पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और जमियत उलेमा ए इस्लाम के नेता फजलुर रहमान की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘जो कोई भी है आये, मेरी सरकार या मेरी जान ही क्यों नहीं चली जाए मैं उन्हें नहीं माफ करूंगा.’’