चीन में कोरोना की चौथी लहर तेजी से फैल रही है और फिर तबाही मचा रही है. सबसे ज्यादा मरीज शंघाई में मिल रहे हैं. इससे निपटने के लिए इस बार चीन भी सख्त कदम उठा रहा है. उसने सोमवार से शंघाई में लॉकडाउन की घोषणा की है. यह लॉकडाउन पिछले 2 साल में देश का सबसे बड़ा लॉकडाउन है.
लगातार बढ़ रहे थे मरीज
शंघाई चीन की वित्तीय राजधानी है और यह 26 मिलियन लोगों की आबादी के साथ सबसे बड़ा शहर भी है. यहां पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही थी. रविवार को शंघाई में कोविड-19 के 3450 केस मिले थे, जो चीन में मिले कुल मामलों का 70 प्रतिशत था. लगातार तेजी से बढ़ते केस की वजह से ही सरकार को सख्त कदम उठाने पड़े हैं.
बड़े पैमाने पर होगी टेस्टिंग
रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय प्रशासन ने बताया है कि इस लॉकडाउन के तहत शंघाई शहर को अगले 9 दिनों के लिए दो भागों में बांटा जाएगा. इसके बाद लोगों को चिह्नित करके बड़े स्तर पर कोरोना के टेस्ट लिए जाएंगे. अभी शंघाई के वित्तीय जिले पुडोंग और उसके आसपास के इलाकों में सोमवार से शुक्रवार तक के लिए लॉकडाउन रहेगा. यहां के बाद लॉकडाउन का दूसरा चरण हुआंगपू नदी के निचले इलाके में शुरू होगा और लोगों को शुक्रवार से घरों में कैद रहना होगा. सरकार ने लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं. बता दें कि चीन में मार्च में ही 56 हजार केस आ चुके हैं.
नियमों का पालन कराने के लिए सख्ती
लोग लॉकडाउन को न तोड़ें इसके लिए जगह-जगह चेकपॉइंट बनाए गए हैं. पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी बंद कर दिया गया है. बहुत जरूरी सेवा वाले ऑफिस ही खुलेंगे. लोगों से भी टेस्टिंग में सहयोग करने के लिए कहा गया है. शंघाई के डिज़नीलैंड थीम पार्क को पहले ही बंद किया जा चुका है. टेस्ला भी अपने शंघाई प्लांट में प्रोडक्शन बंद कर रही है. 5 अप्रैल को होने वाले टॉम्ब स्विपिंग फेस्टिवल को भी कैंसल कर दिया गया है. शेयर बाजार जैसे जरूरी ऑफिस जिन्हें खोलने की अनुमति दी गई है उनमें काम करने वालों को बायो-बबल फ़ॉर्मेट में रहना होगा.
दूसरे शहरों में भी अलर्ट
वहीं बढ़ते खतरे को देखते हुए जिलिन प्रांत और चीनी ऑटो उद्योग के केंद्रों में से एक चांगचुन सहित कई शहरों में यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया है. इसके अलावा यहां आंशिक लॉकडाउन भी लागू किया गया है.
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