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मारियुपोल पर रूसी हमला ‘मानवता के खिलाफ अपराध’, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कह

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Russia Ukraine War:  यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने मंगलवार को कहा कि बंदरगाह शहर मारियुपोल की रूसी घेराबंदी “मानवता के खिलाफ अपराध” है.  उन्होंने एक वीडियो संबोधन में डेनिश संसद से कहा, “रूसी सैनिक मारियुपोल में जो कर रहे हैं वह मानवता के खिलाफ एक अपराध है, जो वास्तविकता में पूरे ग्रह की आंखों के सामने हो रहा है.”

जेलेंस्की ने आरोप लगाया कि शेल्टर्स में नागरिकों के छिपे होने की जानकारी होने के बावजूद रूसी बलों ने उन्हें उड़ा दिया. राष्ट्रपति की यह टिप्पणी तब आई जब यूक्रेनी और रूसी वार्ताकारों ने इस्तांबुल में आमने-सामने बातचीत की.

मारियुपोल फंसे 160,000 लोग
रूसी सेना ने दक्षिणी यूक्रेनी शहर मारियुपोल को घेर रखा है और शहर पर अंधाधुंध बमबारी जारी है, जिसमें अनुमानित 160,000 लोग फंस गए हैं और भोजन, पानी, दवा की कमी झेल रहे हैं.

यूक्रेन के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, कम से कम 5,000 लोग पहले ही मारे जा चुके हैं. अधिकारी का अनुमान है कि जब सभी शव एकत्र किए जाएंगे तो वास्तविक टोल 10,000 के करीब हो सकता है.

मायकोलाइव शहर में सरकार इमारत पर हमला
डेनमार्क के सांसदों को अपने संबोधन के दौरान जेलेंस्की ने यह भी कहा कि दक्षिणी यूक्रेन के मायकोलाइव शहर में क्षेत्रीय सरकारी इमारत पर रूसी हमले के बाद और मौतों की पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा, “जहां तक ​​हम जानते हैं कि अब सात लोग मारे गए, 22 घायल हो गए.”

जेलेंस्की ने कहा, “मायकोलाइव में कोई सैन्य महत्वाकांक्षा नहीं थी, मायकोलाइव में लोगों ने रूस के लिए कोई खतरा नहीं पेश किया. और फिर भी, सभी यूक्रेनियन की तरह, वे रूसी सैनिकों के लिए लक्ष्य बन गए.”

बता दें अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय ने 3 मार्च को यूक्रेन में युद्ध अपराधों की जांच शुरू की थी.

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