रूस यूक्रेन जंग को 44 दिन हो गए हैं. इन दिनों में रूस ने लगातार यूक्रेन के शहरों पर बम बरसाए हैं जिसमें हजारों लोगों की जान भी गई है. एक तरफ जहां रूस द्वारा लगातार किए जा रहे हमले से नाराज कई पश्चिमी देशों ने उसपर प्रतिबंध लगा दिया है वहीं दूसरी तरफ चीन रूस के समर्थन में है.
दरअसल जंग के बीच चीन की सरकारी मीडिया अपने दर्शकों को इस जंग की एक अलग कहानी सुना रही है. उस कहानी में अमेरिका विलेन है. चीन की समाचार एजेंसी सिन्हुआ इस युद्ध को “एक विशेष सैन्य अभियान” का नाम दे रही है और जंग को “रूस-यूक्रेन संकट” का. मिली जानकारी के अनुसार चीनी मीडिया इस युद्ध के बारे में जानकारी देते हुए कभी रूस के आक्रमण के बारे में नहीं बताती है.
चीनी ब्रॉडकास्टर CCTV ने रूस के आक्रमण के तीन सप्ताह बाद पहली बार बताया था कि इस युद्ध में यूक्रेन के आम नागरिकों की भी जान जा रही है. चीनी सरकार से जुड़े मीडिया आउटलेट्स ने उस बात का प्रसार किया था जिसमें रूस द्वारा दावा किया गया था कि अमेरिका यूक्रेन में जैविक हथियारों के विकास को वित्त पोषित कर रहा है. दरअसल हाल ही में रूस ने आरोप लगाया था कि अमेरिका की मदद से यूक्रेन में बड़ी संख्या में जैविक हथियार बनाए गए हैं, जिनका इस्तेमाल यूक्रेन रूस के खिलाफ कर सकता है.
चीनी मीडिया में युद्ध को कैसे दिखाया जा रहा है
दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध के दौरान हाल ही में तस्वीरें सामने आई थी जिसमें यूक्रेन के शहर बूचा में कई आम नागरिकों को गोली मार दी गई है. इस तस्वीर के वायरल होने के साथ ही एक तरफ जहां पश्चिमी देशों में आक्रोश है वहीं चीनी मीडिया ने इस युद्ध के बारे में दिखाए जाने के दौरान रूस का यूक्रेन पर आक्रमण की निंदा नहीं की है. इसके अलावा चीनी मीडिया “वैध सुरक्षा चिंताओं” की बात कर रहे हैं, जिस पर “सभी पक्षों” द्वारा चर्चा करने की आवश्यकता है.
ये भी पढ़ें:
यूक्रेन को और अधिक हथियार देंगे नाटो के सदस्य देश, आपूर्ति पर बनी सहमति