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यूक्रेन ने मारियुपोल में आत्मसमर्पण करने से किया इनकार, रूस ने कहा- तेज करेंगे हमला

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यूक्रेन का बंदरगाह शहर मारियुपोल सात सप्ताह की घेराबंदी के बाद रूसी बलों के कब्जे में जाता दिख रहा है. काला सागर में अपने एक महत्वपूर्ण युद्धपोत के नष्ट होने और रूसी क्षेत्र में यूक्रेन के कथित आक्रमण के जवाब में रूस ने हमलों को तेज कर दिया है. रूसी सेना ने रविवार को एक विशाल इस्पात संयंत्र को नष्ट कर दिया, जो दक्षिणी यूक्रेन के शहर मारियुपोल में प्रतिरोध का आखिरी स्थान था.

रूसी सेना ने अनुमान लगाया कि लगभग 2,500 यूक्रेनी सैनिक एक इस्पात संयंत्र में भूमिगत मार्ग में हैं और वे युद्ध कर रहे हैं. रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने कहा कि लगभग 2,500 यूक्रेनी सैनिक अजोवस्ताल में है. इस दावे को स्वतंत्र रूप से सत्यापित नहीं किया जा सका है. यूक्रेनी अधिकारियों ने इस संबंध में किसी संख्या का जिक्र नहीं किया है.

युक्रेन के सैनिकों ने हथियार डालने से किया इनकार 

रूसी सेना ने मारियुपोल में तैनात यूक्रेनी बलों से कहा कि यदि वे अपने हथियार डाल देते हैं, तो उन्हें उनके “जीवित रहने की गारंटी” दे दी जाएगी. रूसी रक्षा मंत्रालय ने रविवार तड़के यह घोषणा की. हालांकि, यूक्रेन ने पहले की तरह ही एक बार फिर हथियार डालने से इनकार कर दिया है. रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कोनाशेनकोव ने कहा, “जो लोग प्रतिरोध जारी रखेंगे, उनका खात्मा कर दिया जाएगा.”

यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस शिमगल ने एक चैनल से कहा, “हम इस युद्ध में जीत के लिए अंत तक लड़ाई लड़ेंगे. यूक्रेन कूटनीति के जरिये युद्ध को समाप्त करने को तैयार है लेकिन हमारा इरादा आत्मसमर्पण का नहीं है.” यूक्रेन के उप रक्षामंत्री हन्ना मालयार ने मारियुपोल को “यूक्रेन की रक्षा करने वाली ढाल” के रूप में बताया. उन्होंने कहा कि मारियुपोल पर रूस के हमले के बावजूद यूक्रेनी बल डटे हुए हैं.

मारियुपोल पर कब्जा रूस का रणनीतिक लक्ष्य

रूसी सेना ने अजोव सागर के अहम बंदरगाह शहर को डेढ़ महीने से अधिक समय से घेर रखा है. यह वहां तैनात यूक्रेनी बलों को दिया गया ताजा प्रस्ताव है. मारियुपोल पर कब्जा करना रूस का अहम रणनीतिक लक्ष्य है. ऐसा करने से उसे क्रीमिया तक जमीनी गलियारा मिल जाएगा. रूस ने 2014 में क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था. इसके अलावा मारियुपोल में यूक्रेनी बलों को हराने के बाद वहां तैनात रूसी बल डोनबास की ओर बढ़ सकेंगे.

रूसी सेना ने रविवार को कहा कि उसने कीव के निकट एक गोला बारूद संयंत्र पर मिसाइलों से रात भर हमला किया. कीव पर रूस के तेज हमले तब हुए जब उसने यूक्रेन पर गुरुवार को यूक्रेन की सीमा से लगे ब्रांस्क में सात लोगों को घायल करने और हवाई हमलों के जरिये लगभग 100 आवासीय भवनों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया था.

युद्ध में यूक्रेन को हो रहा नुकसान

रूसी सेना ने रविवार को यह भी दावा किया कि उसने पूर्व में सिविएरोडोनेत्स्क के निकट यूक्रेनी वायु रक्षा राडार के साथ ही साथ कई अन्य गोला-बारूद डिपो को भी नष्ट कर दिया है. पूर्वी शहर क्रामाटोर्स्क में रातभर विस्फोटों की खबर मिली, जहां एक रेलवे स्टेशन पर रॉकेट हमले में कम से कम 57 लोगों की मौत हो गई.

इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वालोदिमीर जेलेंस्की ने कहा, “रूस जानबूझकर वहां मौजूद हर व्यक्ति को खत्म करने पर तुला है.” उन्होंने कहा कि अजोव सागर के बंदरगाह शहर मारियुपोल को बचाने के लिए यूक्रेन को पश्चिमी देशों से और अधिक हथियारों की मदद की दरकार है.

जेलेंस्की ने की मदद की अपील

जेलेंस्की ने कहा, “या तो हमारे सहयोगी यूक्रेन को सभी आवश्यक भारी हथियार और विमान तत्काल मुहैया कराएं, ताकि हम मारियुपोल पर कब्जा करने वालों का सामना कर सकें और अवरोध दूर कर सकें या फिर हम वार्ता के जरिये ऐसा करें, जिसमें हमारे सहयोगियों की निर्णायक भूमिका होनी चाहिए.”

जेलेंस्की का अनुमान है कि युद्ध में 2,500 से 3,000 यूक्रेनी सैनिक मारे गए हैं, और लगभग 10,000 घायल हुए हैं. यूक्रेन के महाभियोजक कार्यालय ने शनिवार को बताया कि युद्ध में कम से कम 200 बच्चों की जान गई है और 360 से अधिक घायल हुए हैं.

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