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आतंकी संगठनों पर कार्रवाई में नाकाम हुआ पाकिस्तान, FATF की ग्रे लिस्ट में बना रहेगा

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FATF Grey List: मनी लांड्रिंग और टेरर फंडिंग पर नजर रखने वाले वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) से पाकिस्तान को राहत नहीं मिली है. एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में बरकरार रखा है. एफएटीएफ प्रमुख मार्कस प्लेयर ने कहा कि पाकिस्तान अब भी अतिरिक्त मॉनिटरिंग वाली ग्रेलिस्ट में मौजूद है. आतंकवादी संगठनों और उनके सीनियर लीडरशिप के खिलाफ ठोस कार्यवाही के मामले पर अब भी रिकॉर्ड सुधारने में नाकाम रहा है.

एफएटीएफ ने एक्शन प्लान के 34 एक्शन प्वाइंट पर कार्यवाही के आधार पर यह आकलन किया है. मार्कस प्लेयर ने कहा पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट पर बरकरार रखने का FATF का फैसला आम समहमति से लिया गया है.

FATF अध्यक्ष प्लेयर ने कहा, ”तुर्की भी ग्रे लिस्ट में है. तुर्की को अपने एक्शन प्लान पर कारगर कार्रवाई दिखानी होगी. साथ ही गैर सरकारी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई में भी पारदर्शिता दिखानी होगी.” हालांकि मॉरीशस और बोत्सवाना FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर हो गया है. ज़िम्बाब्वे का भी रिकॉर्ड सुधरा है. FATF टीम के ऑन साइट दौरे के बाद ज़िम्बाब्वे को राहत मिल सकती है.

FATF ने शेल कम्पनियों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग के आधार पर रोक के लिए बेनिफिशियल ओनरशिप इंफॉर्मेशन स्टैंडर्ड बनाने का फैसला किया है. अगले फरवरी में होने वाली प्लेनेरी के बाद इसके मानक जारी किए जाएंगे. साथ ही अगले आकलन में विभिन्न देशों को बेनिफिशियल ओनरशिप रजिस्ट्री के आधार पर जांचा भी जाएगा. 

इसके तहत सभी देशों को बेनिफिशियल ओनरशिप इंफॉर्मेशन बेस बनाना होगा. साथ ही कम्पनियों के शेयर धारकों की जानकारियां भी एक महीने के भीतर अपडेट करने होगी.

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