COP26: ग्लासगो में सीओपी-26 जलवायु (Climate Change) शिखर सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) की अनुपस्थिति को लेकर अमेरिका (USA) के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने उनपर निशाना साधा है. बाइडेन ने कहा है कि COP26 में हिस्सा न लेकर चीन (China) ने बड़ी गलती की है. उन्होंने अपने भाषण में कहा कि जलवायु परिवर्तन एक बड़ा मुद्दा है, बावजूद इसके चीन शामिल नहीं हुआ. बाइडेन ने चीन के अलावा रूस की भी बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर आलोचना की.
जिनपिंग ने की बड़ी गलती- बाइडेन
बैठक के बाद राष्ट्रपति बाइडेन से पूछा गया कि सम्मेलन में चीन, रूस और सऊदी अरब सहित अन्य देशों की अबतक की भूमिका क्या रही है? इसके जवाब में बाइडेन ने कहा, ‘’तथ्य यह है कि चीन एक विश्व नेता के रूप में दुनिया में एक नई भूमिका पर जोर देने की कोशिश कर रहा है. इस सम्मेलन में शामिल नहीं होना चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बड़ी गलती थी. पुतिन को लेकर बाइडेन ने कहा कि रूस का जंगल जल रहा है और उनके राष्ट्रपति इस मुद्दे पर चुप रहते हैं.
#WATCH: It’s been a big mistake. The world will look to China & say what value-added they provided. They’ve lost the ability to influence people… here at COP. Same way I would argue with regard to Russia: POTUS on China, Russia not attending G20 & COP26
(Source: White House) pic.twitter.com/AUrLTTn1Wp
— ANI (@ANI) November 2, 2021
चीन ने कहा- हमें वीडियो लिंक नहीं मिला
वहीं, चीन ने आरोप लगाया कि सीओपी26 के आयोजकों ने चिनफिंग के संबोधन के लिए ‘वीडियो लिंक’ उपलब्ध नहीं कराया, जिसके चलते उन्हें लिखित बयान भेजना पड़ा. चिनफिंग ने सीओपी-26 में भेजे गए अपने लिखित बयान में जलवायु चुनौतियों से संयुक्त रूप से निपटने के वास्ते सभी देशों से ‘कड़ी कार्रवाई’ का आह्वान किया. साथ ही उन्होंने बहुपक्षीय सहमति तक पहुंचने, ठोस कदमों पर ध्यान केंद्रित करने, कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के लिए त्रिस्तरीय योजना का प्रस्ताव रखा.
चिनफिंग ने पिछले साल मध्य जनवरी में म्यांमा की यात्रा से लौटने के बाद कोई विदेश दौरा नहीं किया है, जिसके पीछे कोरोना वायरस प्रकोप को बड़ा कारण माना जाता है. हालांकि, वह वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वैश्विक कार्यक्रमों को संबोधित करते रहे हैं. चिनफिंग ने 30 अक्टूबर को रोम में आयोजित हुए जी-20 शिखर सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित किया था.