Pakistan News: दिवाली के दिन न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में रोशनी का त्योहार मनाया जाता है. लेकिन पाकिस्तान के सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री अपनी एक बधाई के कारण हंसी के पात्र बन गए. उनकी सोशल मीडिया पर जमकर भद्द पिटी. दरअसल मुराद अली शाह सिंध प्रांत के हिंदू अल्पसंख्यकों को दिवाली की बधाई देना चाहते थे. लेकिन उन्होंने दिवाली की जगह होली के त्योहार की मुबारकबाद दे दी. यह हर कोई जानता है कि होली और दिवाली हिंदुओं के दो अहम त्योहार हैं और दोनों को सेलिब्रेट करने के तरीके में कोई भी समानता नहीं है.
वहीं सोशल मीडिया के इस दौर में ट्रोल होने में ज्यादा समय नहीं लगता. ऐसे में सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री भी ट्रोल होने लगे. @SindhCMHouse के ट्विटर हैंडल से एक फोटो ट्वीट की गई. इस तस्वीर में मुराद अली शाह खड़े नजर आ रहे हैं और फोटो पर कुछ रंगों के ऊपर हैपी होली लिखा है. सिंध के मुख्यमंत्री की यह गलती पाकिस्तान में भी छिपी नहीं रही. हालांकि गलती का अहसास होने पर उन्होंने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया.
Sindh has the largest number of Hindu population in Pakistan with areas where Hindus are in overwhelming majority. One can only be sad at the state of affairs if the staff at the CM House Sindh doesn’t know the difference between Diwali and Holi. Sad indeed. pic.twitter.com/QdpDe6f3Pl
— Murtaza Solangi (@murtazasolangi) November 4, 2021
लोगों ने किया जमकर ट्रोल
इसके बाद तो मुख्यमंत्री को लोगों ने ट्रोल करना शुरू कर दिया. एक यूजर ने लिखा, ‘पाकिस्तान के सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री ने दिवाली पर होली की बधाई दी. सिंध में हिंदू अधिक संख्या में रहते हैं और उनकी पार्टी पीपीपी को सेक्युलर पार्टी माना जाता है. वैसे प्रयास अच्छा था मुख्यमंत्री जी.’
CM of Sindh Province of Pakistan wishes Happy Holi on Diwali 🤣
Sindh is supposed to have most number of native Hindus and his party PPP is supposed to be most inclusive and secular party.
Anyway good try Mr CM pic.twitter.com/KdgVlmKO50
— CNJaipur1 (@CJaipur1) November 4, 2021
41 लाख से ज्यादा हिंदू हैं सिंध में
पाकिस्तान के पत्रकार मुर्तजा सोलंगी ने सीएम के ट्वीट का एक स्क्रीनशॉट लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा, पाकिस्तान में हिंदू आबादी सबसे ज्यादा सिंध में है. यहां हिंदू बहुसंख्यक हैं. यहां दुख की बात सिर्फ इतनी है कि सिंध के मुख्यमंत्री आवास को यह तक नहीं पता कि होली और दिवाली में क्या अंतर है. यह दुखद है. बता दें कि सिंध प्रांत में उमरकोट शिव मंदिर, रामपीर मंदिर जैसे नामी हिंदू धार्मिक स्थल हैं.
ये भी पढ़ें