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अमेरिका के बाद ब्रिटेन, कनाडा के ओलंपिक बहिष्कार को चीन ने बताया तमाशा

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Beijing Winter Olympics: चीन ने बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक खेल 2022 के राजनयिक बहिष्कार में अमेरिका का साथ देने के कनाडा और ब्रिटेन के फैसले को ‘तमाशा’ कहकर खारिज कर दिया है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन इन देशों के अधिकारियों की अनुपस्थिति पर होने वाली प्रतिक्रियाओं को लेकर भी चिंतित नहीं है.

उन्होंने कहा कि शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिये कई राष्ट्राध्यक्षों, शीर्ष नेताओं और शाही परिवार के सदस्यों ने पंजीकरण करवाया है. अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन ने कहा कि चीन में मानवाधिकारों के हनन के विरोध में वे चार से 20 फरवरी के बीच होने वाले शीतकालीन खेलों में अपने सरकारी प्रतिनिधि नहीं भेजेंगे जबकि न्यूजीलैंड पहले ही चीन को सूचित कर चुका था कि महामारी से जुड़े यात्रा प्रतिबंधों को देखते हुए वह अपने किसी अधिकारी को नहीं भेजेगा. उसने हालांकि मानवाधिकारों से जुड़ी चिंताओं को भी व्यक्त किया था.

मेरिका, कनाडा और ब्रिटेन को नहीं भेजेगा निमंत्रण- वांग

राजनयिक बहिष्कार के अंतर्गत केवल सरकारी अधिकारी खेलों से जुड़े कार्यक्रमों में हिस्सा नहीं लेते हैं और देश अपनी टीम को प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिये भेजते हैं. वांग ने कहा कि उनका देश अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन को निमंत्रण नहीं भेजेगा.  उन्होंने कहा, ‘‘उनके अधिकारी आ रहे हैं या नहीं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. वे बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक खेलों के सफल आयोजन को देखेंगे. खेलों का राजनीति से कोई लेना देना नहीं है. ये वे देश हैं जिन्होंने यह तमाशा खड़ा किया है.’’

खेलों को वैश्विक समर्थन मिलेगा- चीन

चीन को उम्मीद है कि अन्य देश उनका अनुसरण नहीं करेंगे और खेलों को वैश्विक समर्थन मिलेगा. वांग ने कहा, ‘‘अब तक कई राष्ट्राध्यक्षों, सरकारी नेताओं और शाही परिवार के सदस्यों ने बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक में भाग लेने के लिए पंजीकरण कराया है और हम उनका स्वागत करते हैं.’’

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