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Omicron Variant: ओमिक्रोन संक्रमण को रोकने के लिए विशेषज्ञों ने दो मास्क पहनने पर दिया जोर

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Omicron Variant: दुनियाभर में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन ने तहलका मचा रखा है. जिसे लेकर कई देशों में हुए शोध पर रिसर्चर और वैज्ञानिक अपना मत रख रहें हैं. जहां कई रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि यह कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा संक्रामक है तो वहीं कई रिसर्च में इस बात का भी जिक्र है कि यह डेल्टा वेरिएंट जितनी तबाही नहीं मचाएगा. वहीं हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दो फेस मास्क पहनने से ओमिक्रोन वेरिएंट के संक्रमण से बचा जा सकता है.

दरअसल हांगकांग के दो वायरस विशेषज्ञों का कहना है कि उच्च जोखिम वाले लोगों को ओमिक्रॉन वेरिएंट से बचने के लिए दो फेस मास्क पहनने पर विचार करना चाहिए. हॉन्ग कॉन्ग के चाइनीज यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और सरकार की वैज्ञानिक समिति के सदस्य डेविड हुई ने सर्जिकल मास्क के ऊपर कपड़े का मास्क पहनने पर जोर दिया है.

प्रोफेसर डेविड हुई का कहना है कि सर्जिकल मास्क जो अक्सर बहुत ढीला होता है, उसके द्वारा कवर नहीं किए गए अंतर को कम करने के लिए कपड़े का मास्क पहनना बेहद जरूरी है. जिससे कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट के बढ़ रहे खतरे को कम किया जा सकता है. उनका कहना है कि उच्च जोखिम वाले समूहों, संक्रमण वाले क्षेत्रों के लोगों और सार्वजनिक परिवहन में सफर करने वाले लोगों को दो मास्क का उपयोग जरूरी तौर पर करना चाहिए.

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एक प्रसिद्ध माइक्रोबायोलॉजिस्ट यूएन क्वोक युंग ने स्थानीय रेडियो को बताया कि पुरानी बीमारियों वाले लोग या जिन्हें कोरोना वैक्सीन नहीं मिली है, साथ ही हवाई अड्डे के कर्मचारियों जैसे हाई रिस्क वाले वर्करों को भी डबल-मास्किंग पर विचार करना चाहिए, जो फ़िल्टरिंग क्षमताओं को बढ़ावा देने में मदद करता है. 

माइक्रोबायोलॉजिस्ट यूएन क्वोक युंग ने इसके साथ ही कहा है कि हांगकांग में कम मामलों को देखते हुए फिलहाल N95 मास्क को व्यापक रूप से अपनाने की अभी कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि N95 मास्क अधिक महंगे हैं और रोजमर्रा के उपयोग के साथ सांस लेना अधिक कठिन है. 

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