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Covid-19: ब्रिटेन में कोरोना पाबंदियों के बीच बढ़ी शराब की खपत, जानिए वजह

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Higher Alcohol Consumption in UK: कोरोना महामारी के दौरान लागू प्रतिबंधों के बीच दुनियाभर के लोग अलग-अलग बुरी आदतों का शिकार हो रहे हैं. कही लोग मोटापे का शिकार हो रहे हैं तो कही शराब (Alcohol) की लत पकड़ रहे हैं. संक्रमण से निपटने के लिए लागू पाबंदियों के बीच भारत समेत दुनिया के दूसरे देशों के लोग भी मोटापे का शिकार हो रहे हैं. घर में रहने की वजह से लोग भरपूर मनोरंजन के साथ खाने पर ध्यान दे रहे हैं. जिसकी वजह से लोगों का वजन बढ़ रहा है. वहीं ब्रिटेन में लोगों के बीच एक नई समस्या पैदा हुई है. लॉकडाउन के दौरान लोग यहां नशे की लत का शिकार हुए हैं. ब्रिटेन (Britain) में हुए एक शोध में खुलासा हुआ है कि लॉकडाउन (Lockdown) में कोरोना के दौरान शराब की खपत बढ़ गई. लोग नशे का आदी हो चुके हैं.

कोरोना में पाबंदियों के बीच और शराबी हुए लोग

शोध में बताया गया कि लॉकडाउन ने समाज के लोगों पर निगेटिव प्रभाव डाला है. लंदन के रॉयल कॉलेज ऑफ साइकियाट्रिस्ट के अध्यक्ष और मनोचिकित्सक प्रोफेसर जूलिया सिंक्लेयर ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वजह से लागू पाबंदियों के कारण लोग घरों में कैद रहने के लिए मजबूर हैं. प्रोफेसर जूलिया मानते हैं कि पाबंदियों की वजह से घर में रहने के चलते देश में शराब की खपत बढ़ गई है. पहले लोग शराब के लिए पब या होटलों में जाते थे और कई लोग वक्त के अभाव में कम शराब पीते थे. घर पर लोगों के पास शराब पीने के लिए काफी वक्त मिल जाता है.

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लॉकडाउन में बढ़ी शराब की खपत

ब्रिटेन में एनएचएस के मुताबिक कोई भी वयस्क प्रति हफ्ते 14 यूनिट से अधिक शराब का सेवन नहीं कर सकते लेकिन लॉकडाउन के दौरान ये आंकड़ा 50 यूनिट प्रति हफ्ते तक पहुंच गया. जो कि काफी नुकसादायक साबित हो सकता है.लंदन के रॉयल कॉलेज ऑफ साइकियाट्रिस्ट के अध्यक्ष और मनोचिकित्सक प्रोफेसर जूलिया सिंक्लेयर ने बताया कि लॉकडाउन और घर पर रहने की वजह से लोगों को ज्यादा शराब पीने का वक्त और बहाना मिला. शोध में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से विकसीत ऑडिट स्कोर का उपयोग किया गया. प्रोफेस जलिया सिंक्लेयर ने बताया कि शराब पीने वालों के दिमाग में झटके लग सकते हैं. लोगों को कई बार अस्पताल तक जाना पड़ सकता है. और कई बार ये मौत की वजह भी बन जाती है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बीच हम सभी को स्वास्थ्य को लेकर जागरुक रहने की जरुरत है.

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