IMF on World Economy: दुनियाभर में कोरोना महामारी से जीवन अस्त-व्यस्त है. इस बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था भी काफी हद तक प्रभावित हुई है. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने गुरुवार 20 जनवरी को कहा है कि महामारी के कारण विश्व अर्थव्यवस्था ( World Economy) को 2024 तक उत्पादन में 12.5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान होगा. आईएमएफ के प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा (Kristalina Georgieva) का मानना है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था 2022 में महज 4 फीसदी और अगले साल 3.5 फीसदी बढ़ने का अनुमान है. कोरोना संक्रमण के बीच वैश्विक आर्थिक सुधार काफी प्रभावित हुए हैं.
‘महामारी के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था को झटका’
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा (Kristalina Georgieva) ने कहा कि, अभी और 2024 के बीच दुनिया की अर्थव्यवस्था को कोविड-19 (Covid-19) के कारण उत्पादन में 12.5 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर का नुकसान होने की आशंका है. हम वास्तव में इस संख्या को अपडेट करने जा रहे हैं और ओमिक्रोन वेरिएंट की वजह से आंकड़े को संशोधित कर रहे हैं. वैश्विक अर्थव्यवस्था के 2022 में केवल 4% और 2021 में मजबूत सुधार के बाद अगले साल 3.5% बढ़ने का अनुमान है. पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की विश्व आर्थिक स्थिति और संभावनाओं को लेकर (WESP) 2022 की एक नई रिपोर्ट सामने आई है.
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बढ़ती महंगाई, संक्रमण की नई लहरों से वैश्विक सुधार प्रभावित
विश्व की आर्थिक स्थिति और संभावनाओं (WESP) को लेकर 2022 की एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 संक्रमण की नई लहरें, लगातार श्रम बाजार की चुनौतियां, सप्लाई चेन में बाधा और बढ़ती महंगाई दर वैश्विक आर्थिक सुधार को प्रभावित कर रही है. रिपोर्ट के निष्कर्षों को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ( Antonio Guterres) ने कहा है कि वैश्विक समुदाय को देशों के बीच असमानता की खाई को पाटने की जरूरत है. असमानता की खाई को भरने के लिए लक्षित (Targeted) और समन्वित (Coordinated) उपायों को विकसित करने की जरूरत है.
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