Indian evacuation from Ukraine: यूक्रेन में लगातार रूस बमबारी कर रहा है. पिछले 6 दिनों में इस बमबारी से सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है. लेकिन अब यूक्रेन के खारकीव में एक भारतीय छात्र की भी इस बमबारी में मौत हुई है. जिसके बाद सरकार के सूत्रों की तरफ से इस मामले को लेकर जानकारी सामने आई है. जिसमें सरकार ने बताया है कि भारतीय छात्रों की सुरक्षा हमारे लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है.
रूस और यूक्रेन की एंबेसी से संपर्क
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सरकार के सूत्रों के हवाले से बताया है कि, भारतीय छात्र की खारकीव में हुई मौत के बाद सरकार ने कहा है कि खारकीव में लगातार बिगड़ रहे हालात काफी चिंताजनक हैं. हम लगातार यूक्रेन और रूसी एंबेसी के संपर्क में है, जिससे भारतीय छात्रों और लोगों को यूक्रेन से सेफ पैसेज दिया जा सके. खारकीव और बाकी तनाव वाले इलाकों से छात्रों को निकालने की कोशिश जारी है.
शहरों पर जारी हमले के बीच लोगों को निकालना हुआ मुश्किल
भारत सरकार के सूत्रों की तरफ से कहा गया कि, लगातार यूक्रेन और रूस के दूतावास से भारतीय लोगों के लिए बातचीत की जा रही है, ये बातचीत 24 फरवरी से ही जारी है. दिल्ली में मौजूद दोनों एबेंसेडर्स और उनकी राजधानियों में ये बात पहुंचाई गई है. भारत की तरफ से लोगों को निकालने का अभियान जारी है. यूक्रेन के नजदीक भारतीय टीमें मौजूद हैं. लेकिन खारकीव और आसपास के शहरों में हालात तनावपूर्ण और बिगड़ने के कारण लोगों को निकालने के अभियान में कुछ अड़चन आ रही है. सरकार की तरफ से बताया गया कि अब तक 9 हजार से ज्यादा लोगों को यूक्रेन से निकाला जा चुका है. साथ ही बड़ी संख्या में लोग सुरक्षित जगहों पर हैं. भारतीयों को यूक्रेन से निकालने की हर कोशिश जारी रहेगी.
बता दें कि अब भी हजारों भारतीय लोग और छात्र यूक्रेन के अलग-अलग इलाकों में फंसे हुए हैं. इन्हें यूक्रेन के पड़ोसी देशों की मदद से निकालने की कोशिश की जा रही है. इस बीच कई वीडियो भी सामने आ रहे हैं, जिनमें भारतीय छात्रों की परेशानी देखी जा सकती है. इस पूरे मामले को लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर है. विपक्षी नेताओं का आरोप है कि सरकार ने भारतीयों को निकालने के लिए कुछ नहीं किया और इसी के चलते हजारों भारतीय अब भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं.
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