अंतरराष्ट्रीय

रूस- यूक्रेन युद्ध का 13वां दिन, मास्को ने कीव पर फिर तेज किए हमले, जानें अब तक क्या-क्या हुआ

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]

Ukraine Russia War: रूस पिछले 13 दिनों से लगातार यूक्रेन पर हमला कर रहा है. दो देशों के बीच छिड़ी इस जंग का प्रभाव दुनिया के अन्य देशों पर भी पड़ना शुरू हो गया है. पिछले 12 दिनों में रूसी सेना ना सिर्फ यूक्रेन की राजधानी कीव में बल्कि देश के अन्य बड़े शहरों में भी बमबारी कर रहा है. रूस के लगातार हमले से एक तरफ जहां कई देश उसपर कड़े प्रतिबंध लगा रहे हैं वहीं यूक्रेन के राष्‍ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्‍की प्रतिबंध लगाए जाने से भड़क गए हैं और उनका मानना है कि अन्य देशों द्वारा रूस के खिलाफ उठाया जा रहा कदम पर्याप्त नहीं है. 

इन हमलों ने यूक्रेन के कई शहरों को बर्बाद कर दिया है. यूक्रेनी मीडिया की ओर से दावा किया गया है कि रूस द्वारा किए जा रहे हमलों के बीच यूक्रेनी ट्रांसपोर्टेशन को 10 अरब डॉलर तक का नुकसान पहुंचा है. वहीं यूक्रेन के इन्फ्रास्ट्रक्चर मंत्री ऑलेक्ज़ेंडर कुब्राकोव का दावा है कि इस डैमेज की भरपाई के लिए कम से कम एक साल का वक्त लगेगा. 

यूक्रेन के 364 आम लोगों की मौत 

रूस के मिसाइल हमले में यूक्रेन का एक एयरपोर्ट पूरी तरह से तबाह हो गया है. यूक्रेन का दावा है कि रूसी सेना ने इस एयरपोर्ट पर लगातार 8 मिसाइले दागें थे. वहीं संयुक्‍त राष्‍ट्र ने कहा कि इस हमले में अब तक यूक्रेन के 364 आम लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं रूसी सेना ने यूक्रेन के तीन बड़े शहर खारकीव, इरपिन और कीव को मिसाइलों और बमबारी से बर्बाद कर दिया है. रूसी सेना ने राजधानी कीव को घेरने के लिए देश के पूर्वी इलाके से अपने अभियान को तेज कर दिया है. बताया जा रहा है कि रूसी सेना राजधानी कीव के काफी करीब पहुंच गई है. 

कीव के पास हथियार जमा कर रही रूसी सेना

सैटेलाइट इमेज से पता चला है कि रूस की आर्मी भारी तादाद में यूक्रेन की राजधानी कीव के पास हथियार जमा कर रही है. माना जा रहा है कि अब रूस कीव पर अंतिम हमला करने के लिए खुद को पूरी तरह तैयार कर रहा है. हालांकि यूक्रेनी सेना ने भी ठान ली है कि वो रूस को कीव तक पहुंचने नहीं देंगे. यूक्रेनी सेनी रूस को करारा जवाब दे रही है.  मारिओपोल पर कब्‍जे के लिए रूसी सेना अपने प्रयास लगातार तेज कर रही है। इसी शहर में रूस और यूक्रेन ने सीजफायर का ऐलान किया था ताकि आम नागरिक जंग के बीच से निकल सकें.

तीसरे दौर की बातचीत 

इस बीच कल दोनों देशों के बीच तीसरे दौर की वार्ता हुई, लेकिन  बेलारूस में आयोजित इस तीसरे दौर की शांति वार्ता का कोई महत्वपूर्ण परिणाम नहीं निकला. रूसी और यूक्रेनी वार्ताकार महत्वपूर्ण परिणाम हासिल करने में विफल रहे. यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य मायखाइलो पोडोलीक ने कहा, “तीसरे दौर की वार्ता समाप्त हो गई है. मानवीय गलियारों के लॉजिस्टिक्स में सुधार करने में छोटे सकारात्मक सबडक्शन हैं… युद्धविराम और सुरक्षा गारंटी के साथ-साथ नियमों के बुनियादी राजनीतिक ब्लॉक पर गहन विचार-विमर्श जारी है.” वहीं, रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी और रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख व्लादिमीर मेडिंस्की ने कहा, “राजनीतिक और सैन्य पहलुओं पर चर्चा जारी है. हालांकि, यह कठिन बना हुआ है. कुछ सकारात्मक के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी.”

युद्ध में मारे गए रूसी जनरल विटाली गेरासिमोव

दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध के दौरान पूर्वी यूरोपीय मीडिया NEXTA ने दावा किया है रूसी जनरल विटाली गेरासिमोव की मौत हो गई. जनरल विटाली रूस की ओर से चेचन्या के दूसरे युद्ध में लड़े थे. इसके अलावा रूसी जनरल ने सीरिया युद्ध में भी लोहा लिया और यूक्रेन से क्रीमिया को छुड़ाने में भी अहम भूमिका निभाई थी. 

यूक्रेन से 20,000 से अधिक भारतीयों की सुरक्षित वापसी

वहीं संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने यूएनएससी बैठक के दौरान कहा, “भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए 80 से अधिक निकासी उड़ानें भरी जा चुकी हैं. हम उनकी वापसी की सुविधा में यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों के अधिकारियों द्वारा प्रदान की गई सहायता की सराहना करते हैं.” उन्होंने कहा, “हम यूक्रेन से 20,000 से अधिक भारतीयों की सुरक्षित वापसी को सुगम बनाने में सफल रहे हैं. हमने अन्य देशों के नागरिकों को उनके संबंधित देशों में लौटने में भी सहायता की है. हम आने वाले दिनों में ऐसा करने के लिए तैयार रहेंगे.”

ये भी पढ़ें:

जंग के बीच प्रेम: यूक्रेन से जान बचाकर रोमानिया पहुंचे विग्नेश को हुआ प्यार, जानें उनकी कहानी

Ukraine Russia War: यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा- हम युद्ध नहीं चाहते, लेकिन दुश्मन को जीवन और जमीन से बाहर निकालने के लिए लड़ना होगा

 

Source link

Aamawaaz

Aam Awaaz News Media Group has been known for its unbiased, fearless and responsible Hindi journalism since 2018. The proud journey since 3 years has been full of challenges, success, milestones, and love of readers. Above all, we are honored to be the voice of society from several years. Because of our firm belief in integrity and honesty, along with people oriented journalism, it has been possible to serve news & views almost every day since 2018.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button