रूस का यूक्रेन के शहरों में हमला जारी है. दोनों देशों के बीच जंग की शुरुआत 24 फरवरी को हुई थी. युद्ध को 14 दिन होने वाले हैं और अब इस बीच यूक्रेन ने बड़ा दावा किया है. यूक्रेन का कहना है कि उसने रूस के सबसे बड़े सैन्य अधिकारियों में से एक को मार गिराया है. व्लादिमीर पुतिन के देश के इस सैन्य अधिकारी का नाम है मेजर जनरल विटाली गेरासिमोव.
मेजर जनरल विटाली गेरासिमोव ने 2014 में क्रीमिया पर रूस के कब्जे में अहम भूमिका निभाई थी. क्रीमिया पर कब्जा करने के लिए उन्हें पदक से भी सम्मानित किया गया था. यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, वह सीरिया और चेचन्या में रूसी सेना के साथ लड़े थे. हालांकि उनकी मारे जाने पर रूस की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई है. मेजर जनरल विटाली गेरासिमोव रूस की सेंट्रल मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट की 41 वीं सेना के पहले डिप्टी कमांडर थे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गेरासिमोव और कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारी खारकीव में भिड़ंत के दौरान मारे गए. यूक्रेन से जंग में मारे जाने वाले गेरासिमोव रूस के दूसरे जनरल है. इससे पहले रूसी 7 वें एयरबोर्न डिवीजन के कमांडिंग जनरल मेजर जनरल आंद्रेई सुखोवत्स्की यूक्रेन के हमले में मारे गए थे.
⚡️Ukraine kills Russian Major General Vitaly Gerasimov near Kharkiv, Ukraine’s Chief Directorate of Intelligence of the Defense Ministry said.
Gerasimov was a senior military official who participated in the second Chechen war and was awarded a medal for “capturing Crimea.”
— The Kyiv Independent (@KyivIndependent) March 7, 2022
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय की खुफिया शाखा ने भी दो रूसी अधिकारियों के बीच हुई बातचीत को शेयर किया. बातचीत ने कथित तौर पर गेरासिमोव की मृत्यु और इस तथ्य को बताया कि रूस के सुरक्षित संचार यूक्रेन के अंदर काम नहीं कर रहे थे.
रूसी आक्रमण के लगभग दो हफ्ते बाद यूक्रेनी सेनाओं ने पश्चिमी देशों की मदद से अपने दुश्मनों की बढ़त को रोकने में कामयाबी हासिल की है. हालांकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साफ कर दिया है कि उनके और उनके लक्ष्य को दुनिया की कोई भी ताकत नहीं रोक सकती है.
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रूस ने मंगलवार को सीजफायर का एलान किया है. यूक्रेन के चेर्निहाइव, कीव, सुमी, खारकीव और मारियुपोल से नागरिकों को निकलने के लिए मॉस्को के समयानुसार सुबह 10 बजे से सीजफायर लागू किया गया. रूस ने ये कदम सोमवार को यूक्रेन के साथ हुई तीसरे दौर की वार्ता के बाद उठाया. हालांकि ये बातचीत भी बेनतीजा रही.