रूस और यूक्रेन के बीच जंग को 21 दिन हो गए हैं. युद्ध की शुरुआत 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले के साथ हुई थी. दोनों देशों के बीच अब तक पांच दौर की वार्ता हो चुकी है और छठे दौर की तैयारी चल रही है. इस बीच, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने उम्मीद जताई है कि दोनों देशों के बीच जंग पर विराम लग सकता है.
रूसी मीडिया के अनुसार, विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव युद्ध को समाप्त करने के लिए मास्को और कीव के बीच वार्ता में समझौता करने के लिए “कुछ आशा” देखते हैं. लावरोव ने कहा कि उनका मानना है कि पहले से ही ऐसी स्थितियां हैं जिन पर पक्ष समझौते के करीब हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि बातचीत मुश्किल है, लेकिन समझौते पर पहुंचने की कुछ उम्मीद है.लावरोव ने कहा कि मास्को से सुरक्षा गारंटी के बदले यूक्रेन की राजनीतिक और सैन्य तटस्थता पर अब “गंभीरता से चर्चा” की जा रही है.
लावरोव का ये बयान रूस और यूक्रेन के बीच आज होने वाली बातचीत से पहले आया है. इस हफ्ते की शुरुआत में, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने पुष्टि की कि प्रतिनिधि वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बढ़ते युद्ध पर नियमित चर्चा करेंगे.
रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत 28 फरवरी को शुरू हुई थी. पहले दौर की बातचीत बेलारूस और यूक्रेन के बॉर्डर पर हुई थी. वार्ता पांच घंटे तक चली. हालांकि ये बैठक बेनतीजा रही थी. तीसरे दौर की बातचीत के बाद रूस यूक्रेन के कुछ शहरों में सीजफायर पर सहमत हो गया था. रूस का सीजफायर लोगों के निकलने के लिए था. जेलेंस्की ने कहा कि सीजफायर के दौरान 40 हजार लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया.
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग में हजारों लोगों की जान जा चुकी है. करीब 20 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं. हालांकि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस यूक्रेन के नागरिकों को निशाना नहीं बनाएगा. रूस के निशाने पर यूक्रेन के सैन्य ठिकाने होंगे.