लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बदायूं में अधेड़ महिला के साथ गैंगरेप और हत्या केस का संज्ञान लिया है. सीएम ने घटना के अभियुक्तों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही एडीजी जोन, बरेली को घटना के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने मामले में यूपी एसटीएफ को भी विवेचना में सहयोग देने के निर्देश दिए हैं.
इस बीच इस जघन्य कांड को लेकर सियासत भी तेज हो गई है. घटना को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा है. वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी जल्द जांच कर दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है.
प्रियंका गांधी ने उठाए सरकार की नीयत पर सवाल
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है, हाथरस में सरकारी अमले ने शुरुआत में फरियादी की नहीं सुनी, सरकार ने अफसरों को बचाया और आवाज को दबाया. बदायूं में थानेदार ने फरियादी की नहीं सुनी, घटनास्थल का मुआयना तक नहीं किया. महिला सुरक्षा पर यूपी सरकार की नियत में खोट है.दिल दहलानेवाला है।
वहीं अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, “बदायूं में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद हैवानियत और दरिंदगी का जो वीभत्स रूप पोस्टमार्टम में सामने आया है वो दिल दहलानेवाला है. भाजपा सरकार अपराधियों को बचाने की कोशिश न करे और मृतका व उसके परिवार को पूर्ण न्याय मिले. भाजपा सरकार का कुशासन अपराधियों की ढाल न बने.”
इसके अलावा बसपा सुप्रीमो मायावती ने लिखा है, “उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक महिला के साथ हुई सामूहिक दुष्कर्म व हत्या की घटना अति-दुःखद व अति-निन्दनीय. राज्य सरकार इस घटना को गंभीरता से ले व दोषियों को सख्त सजा दिलाना भी सुनिश्चित करे ताकि ऐसी घटना की पुनरावृति न हो, बीएसपी की यह मांग.”
क्या है पूरी घटना ?
बता दें कि महिला अपने गांव से दूसरे गांव में स्थित एक मंदिर में पूजा करने गई थी. रविवार की रात पुजारी और दो अन्य लोग महिला को लहूलुहान हालत में उसके घर पर छोड़ कर फरार हो गए थे. इसके बाद गंभीर रूप से घायल महिला की मौत हो गई थी. महिला के प्राइवेट पार्ट से खून निकलता हुआ देख परिजनों ने गैंगरेप का आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज करने की गुहार लगाई थी. आरोप है कि थानाध्यक्ष ने मामले को दूसरा मोड़ देने की कोशिश की. थानाध्यक्ष ने मौत को एक हादसा बताया और कहानी गढ़ी कि महिला की मौत कुएं में गिरने से हुई. लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कुएं में गिरने का कोई भी ऐसा सबूत नहीं मिला. इसके बाद एसएसपी संकल्प शर्मा ने थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया.
पीएम रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक महिला के गुप्तांग में रॉड जैसी किसी चीज से हमला किया गया, जिससे उनके प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोटें आईं. पीएम रिपोर्ट के मुताबिक, महिला की पसली और पैर तोड़ दिए गए. फेफड़ा पर भी वजनदार चीज से हमला किया गया है. एसएसपी ने तुरंत एसपी (देहात) को मौके पर भेजा और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 4 टीमें बनाई हैं. पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर आरोपी महंत समेत उसके एक साथी और ड्राइवर के खिलाफ गैंगरेप के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज किया है