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पूरी क्षमता से शुरू हआ दिल्ली मेट्रो का सफर, सोमवार को 17.5 लाख ने किया सफर

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नई दिल्लीः कोविड-19 की स्थिति में सुधार के मद्देनजर सोमवार से दिल्ली मेट्रो ने पूर्ण क्षमता के साथ परिचालन शुरू कर दिया यानी अब सभी सीटों पर बैठकर लोग यात्रा कर सकते हैं, लेकिन खड़े होकर यात्रा करने पर अब भी पाबंदी है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने बताया कि लॉकडाउन के बाद सात जून को बहाल की गई मेट्रो ट्रेन सेवा 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चल रही थी. इस बीच, डीएमआरसी ने सोमवार रात को एक बयान जारी कर बताया कि रात आठ बजे तक करीब 17.5 लाख लोग यात्री मेट्रो में सफर कर चुके थे.

यात्रा या किसी मार्ग पर क्षमता की गणना यात्रियों द्वारा अपने गंतव्यों पर पहुंचने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले मार्गों के आधार पर की जाती है. डीएमआरसी ने कहा, ‘‘सोमवार को औसतन यात्रियों की संख्या, सात जून को सेवा 50 प्रतिशत क्षमता के साथ बहाल करने के बाद 25 जुलाई तक 16 लाख थी.’’

बयान में कहा गया कि मेट्रो रेल में नौ उड़न दस्तों को कोविड-19 नियमों का अनुपालन कराने के लिए तैनात किया गया था और रात आठ बजे तक 432 यात्रियों को ट्रेनों से उतारा गया जबकि 159 यात्रियों पर जुर्माना लगाया गया.

यात्रियों की संख्या बढ़ने के मद्देनजर 16 मेट्रो स्टेशन पर 16 अतिरिक्त द्वार भी खोल दिए गए हैं, ताकि यात्रियों की आवाजाही को सुलभ बनाया जा सके. डीएमआरसी ने कहा कि जिन स्टेशनों पर अतिरिक्त द्वार खोले गए हैं, उनमें जनकपुरी पश्चिम, करोल बाग, वैशाली, कश्मीरी गेट, केन्द्रीय सचिवालय और एमजी रोड शामिल हैं.

दिल्ली में अप्रैल और मई महीने में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण के मामलों और मौत की संख्या में वृद्धि देखी गई थी. हालांकि, पिछले कुछ हफ्तों में स्थिति में सुधार आया है, जिसके बाद सरकार चरणबद्ध तरीके से शहर को दोबारा खोल रही है. नवीनतम अनलॉक दिशानिर्देश के तहत दिल्ली मेट्रो का परिचालन सोमवार से शत प्रतिशत सीट क्षमता के साथ करने की घोषणा की गई है, लेकिन यात्रियों को खड़े होकर सफर करने की अनुमति नहीं दी गयी है.

ट्विटर पर एक यूजर द्वारा साझा किए गए वीडियो में दिखा कि कोच के भीतर कई यात्री खड़े होकर सफर कर रहे थे. इसके अलावा राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय, कश्मीरी गेट जैसे स्टेशनों पर अब भी भीड़ लग रही है लेकिन डीएमआरसी के अधिकारियों ने कहा कि कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए भीड़ घटाने के प्रयास किए जा रहे हैं.

डीएमआरसी ने एक बयान में कहा, ‘‘कुछ ट्वीट, फोटो और वीडियो में दिखा है कि लोग ट्रेन के भीतर खड़े होकर यात्रा कर रहे थे, लेकिन आज से संशोधित दिशा-निर्देशों के मुताबिक खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं है.’’ डीएमआरसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि कई लोगों को ऐसा लगा कि सीटों की पूरी क्षमता से परिचालन का मतलब मेट्रो को पूरी तरह खोल दिया गया है. इस कारण से सीटों से ज्यादा संख्या में लोग कोच के भीतर चले गए.

डीएमआरसी ने सुबह व्यस्त समय में भीड़ भाड़ की स्थिति का संज्ञान लिया और कहा कि दोबारा ऐसी स्थिति ना हो इसके लिए यात्रियों के प्रवेश को नियंत्रित किया जाएगा. एक बयान में कहा गया कि नियमित उड़न दस्ता दल भी लाइनों पर निगरानी करेगी और लोगों को ऐसा नहीं करने के लिए समझाएंगे.

डीएमआरसी के अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली मेट्रो सेवाओं में सोमवार तड़के कुछ झटके महसूस किए जाने के बाद मामूली विलंब हुआ. डीएमआरसी ने सुबह आठ बजे ट्वीट किया ‘‘सोमवार सुबह करीब छह बजकर 42 मिनट पर हल्के झटकों के कारण मानक प्रक्रिया के अनुरूप ट्रेनों को सतर्क गति से चलाया गया और अगले प्लेटफॉर्म पर रोका गया. सेवाएं अब सामान्य हैं.’’

सूत्रों ने पूर्व में बताया था कि प्रत्येक डिब्बे में 50 लोग ही यात्रा कर सकते हैं. इससे पहले एक डिब्बे में 300 लोग यात्रा करते थे, 50 सीट पर बैठकर और 250 लोग खड़े होकर यात्रा करते थे. डीएमआरसी ने लोगों से आवश्यक होने पर ही यात्रा करने की अपील की है. डीएमआरसी के तहत 10 लाइन में 242 स्टेशन हैं और गुड़गांव में रैपिड मेट्रो सहित कुल 264 स्टेशन हैं.

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