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नई दिल्लीः दिल्ली कैंट के पुरानी नागल गांव में रहने वाली 9 वर्षीय एक बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है. बच्ची श्मशानघाट में गयी थी और वहीं उसकी मौत हो गयी, जिसके श्मशानघाट के पुजारी ने बच्ची के शव को जला दिया. लेकिन पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दी गयी. लेकिन गांव वालों को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने पुलिस को कॉल किया और अधजली लाश को चिता से बाहर निकाला.
रविवार देर रात स्थानीय निवासियों ने श्मशानघाट के बाहर एकत्र होकर प्रदर्शन किया. उनका आरोप है कि श्मशानघाट में बच्ची के साथ गलत काम किया और फिर उसकी हत्या कर दी. सबूत मिटाने के लिए शव को जला दिया. पुलिस ने फिलहाल आईपीसी की धारा 304a, 342, 201 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज की है. मौके से एफएसएल ने फॉरेंसिक जांच के लिए नमूने भी उठाए हैं.
दिल्ली कैंट स्थित पुरानी नांगल गांव के श्मशानघाट के बाहर प्रदर्शन कब है लोगों का कहना है कि शमशान घाट में 9 साल की बच्ची की हत्या कर दी गई है जिसमें इस श्मशान घाट के पुजारी का ही हाथ है लोगों ने यह भी आरोप लगाया है कि बच्ची के साथ पहले गलत काम किया गया और थे सबूत मिटाने के राज्य से उसकी हत्या करने के बाद शव को जला भी दिया गया. मौके पर पहुंची पुलिस इन लोगों को शांत कर रही है और जल्द से जल्द कार्यवाही का आश्वासन भी दे रही है पुलिस ने श्मशान घाट के अंदर से बच्ची के शव के अवशेष भी जप्त करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिए हैं साथ ही एफएसएल की टीम को भी जांच के लिए बुलाया है.
संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का शिकार बनी 9 साल की बच्ची पुरानी नांगल गांव में अपने माता पिता के साथ रहती थी. स्थानीय लोगों का आरोप है कि बच्ची के साथ श्मशान घाट में गलत काम किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई. अपने अपराध को छिपाने के लिए बच्ची के शव को जला दिया गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्ची कल शाम को 5 से 6 के बीच में श्मशान घाट के अंदर पानी भरने गई थी. जिसके बाद वह वापस नहीं लौटी.
शाम लगभग 7-7:30 बजे तक जब वह वापस नहीं आई, तो उसकी मां श्मशान घाट में गई. जहां पर पुजारी ने बताया कि बच्ची जब वाटर कूलर से पानी भर रही थी, तो उसे करंट लगा. उसकी मौत हो गई. इसके बाद पुजारी ने बच्ची की मां से कहा कि अगर पुलिस को कॉल करेंगे तो शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाना पड़ेगा. जहां पर बच्ची के अंगों को निकाल लिया जाएगा. बच्ची की मां डर गई और पुजारी की बातों में आ गई.
पुजारी ने श्मशान घाट में ही बच्ची का अंतिम संस्कार करना शुरू कर दिया. लगभग 2 घंटे बाद जब बच्ची के मां और पिता गांव में आए, तो उन्होंने रोते हुए सारी बात गांव वालों को बताई. जिसके बाद गांव वाले एकत्र होकर श्मशान घाट के अंदर गए और पानी डालकर चिता बुझाई. साथ ही पुलिस को इस पूरी घटना की जानकारी दी गई, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चिता से अधजली लाश को अपने कब्जे में लिया.
बच्ची के सिर्फ पैर ही पैर बचे हैं, जिन्हें पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है. साथ ही एफएसएल की टीम को भी बुला कर नमूने उठाए गए हैं. लोगों का आरोप है कि पुजारी ने अपने दो तीन दोस्तों के साथ मिलकर बच्ची के साथ गलत काम करने के बाद उसकी हत्या कर दी है. उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए.
श्मशान घाट के अंदर इसी जगह पर वाटर कूलर लगा था, जिसे अब पुलिस ने टेप लगाकर घेराबंदी कर दी है और वाटर कूलर को जब्त कर लिया है. पुलिस का कहना है कि पुजारी ने अब तक की पूछताछ में बताया है कि बच्ची यहां रखे वाटर कूलर से पानी भर रही थी और अचानक उसे करंट लगा, जिससे उसकी मौत हो गई. वहीं दूसरी ओर कमरे में शराब की बोतले भी मौजूद हैं. उसे लेकर स्थानीय लोगों का आरोप है कि जब वे लोग बच्ची की चिता पर पहुंचे थे, तो पुजारी अपने दो तीन साथियों के साथ श्मशान घाट अंदर बैठकर शराब पी रहा था.
पुरानी नांगल गांव के श्मशान घाट में 9 साल की बच्ची की चिता को जलाया गया, लेकिन पुलिस को इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई. पुजारी ने बच्ची के मां और पिता से कहा कि बच्ची की मौत करंट लगने से हुई है और अगर वह पुलिस को सूचना देते हैं, तो बच्ची के शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.
पोस्टमार्टम में बच्ची के आंख में अन्य अंगों को निकाल लिया जाएगा. ये सुनकर बच्ची के माता-पिता डर गए और उसका अंतिम संस्कार कराने के लिए तैयार हो गए. लेकिन जब गांव वालों को इसकी जानकारी मिली तो, वे शमशान घाट में पहुंचे और चिता पर पानी डालकर अधजली लाश को नीचे उतारा. मामले की जानकारी पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
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